इंटरपोल से भारत को झटका, जाकिर की गिरफ्तारी फिलहाल टली

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंटरपोल की तरफ से भारत को बड़ा झटका लगा है। दरअसल इंटरपोल ने विवादास्पद इस्लामिक धर्म प्रचारक जाकिर नाइक को रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने से इनकार कर दिया है। NIA की जाकिर नाइक के गिरफ्तारी की कोशिशें नाकाम होती दिख रही है। हालांकि NIA एक बार फिर से इंटरपोल को फ्रेश रिक्वेस्ट भेजेगी।
सबूतों की कमी
इंटरपोल ने जाकिर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस नहीं जारी करने की वजह NIA की ओर से दिए गए सबूतों की कमी को बताया है। इंटरपोल का कहना है कि जाकिर के खिलाफ कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है, इसीलिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी करना संभव नहीं है। जबकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA का कहना है कि नोटिस जारी करने का फैसला चार्जशीट से पहले का था। रेड कॉर्नर नोटिस नहीं जारी करने के फैसले के बाद इंटरपोल ने दुनियाभर में फैले अपने ऑफिसर्स को जाकिर का डाटा डिलीट करने के निर्देश दे दिए है।
नई रिक्वेस्ट करेगी फाइल
NIA ने जाकिर पर आतंक फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे चार्ज लगाए हैं। NIA की तरफ से जारी ऑफिशियल स्टेटमेंट में कहा गया है कि इंटरपोल ने उनकी रिक्वेस्ट इसलिए ठुकरा दी है, क्योंकि रेड कॉर्नर नोटिस की रिक्वेस्ट फाइल करने के दौरान चार्जशीट नहीं फाइल की गई थी। अब दोबारा NIA चार्जशीट फाइल करने के बाद नई रिक्वेस्ट फाइल करेगी।
ढाका आंतकी हमले में नाम
जाकिर नाइक मुस्लिम धर्मगुरु, राइटर और स्पीकर है। नाइक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का फाउंडर और प्रेसिडेंट भी है। नाइक पर आरोप है कि उसकी स्पीच से प्रभावित होकर बांग्लादेश में आतंकी हमले को अंजाम दिया गया था। राजधानी ढाका में हुए इस हमले में 2 पुलिस ऑफिसर और 5 हमलावरों समेत 29 लोगों की जान चली गई थी।
धार्मिक घृणा फैलाने का आरोप
NIA ने नवंबर, 2016 में जाकिर के खिलाफ आतंकवाद रोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया था। जाकिर पर धार्मिक घृणा फैलाने का आरोप है। मुंबई स्थित उसके संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) में गैरकानूनी गतिविधियों में संलग्न रहने की सूचना NIA को मिली थी। जाकिर फिलहाल मलेशिया में है।
Created On :   17 Dec 2017 9:07 AM IST