कार्ति चिदंबरम का 'नार्को टेस्ट' क्यों करना चाहती है CBI?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। INX मीडिया केस में गिरफ्तार किए गए कांग्रेस लीडर और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। दरअसल, बुधवार को CBI ने कोर्ट में कार्ति चिदंबरम का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। CBI ने स्पेशल जज सुनील राणा से कहा कि कार्ति चिदंबरम जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसलिए कार्ति चिदंबरम का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति दी जाए।
कार्ति का नार्को टेस्ट क्यों?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक CBI ने बुधवार को दिल्ली की एक कोर्ट में कार्ति चिदंबरम का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। इसके पीछे CBI का कहना है कि इंद्राणी मुखर्जी ने जो आरोप लगाए थे, कार्ति ने उन्हें मानने से इनकार कर दिया है। इसके साथ ही कार्ति जांच में भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा CBI ने कोर्ट से इंद्राणी मुखर्जी के फिर से बयान लेने की भी इजाजत मांगी है।
कोर्ट का क्या है कहना?
स्पेशल जज सुनील राणा ने बुधवार को CBI से कहा कि इस मामले पर कोर्ट 9 मार्च को 2 अन्य एप्लीकेशंस के साथ ही विचार करेगी। दरअसल, CBI ने कोर्ट में 3 एप्लीकेशंस फाइल की हैंं। इनमें दो एप्लीकेशंस कार्ति चिदंबरम के चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) एस भास्करन और इंद्राणी मुखर्जी की कस्टडी की मांग की गई है। जबकि तीसरी एप्लीकेशन में इंद्राणी मुखर्जी के फिर से बयान दर्ज करने की मांग की गई है। बता दें कि 9 मार्च को ही कार्ति चिदंबरम को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा क्योंकि उनकी कस्टडी शुक्रवार को खत्म हो रही है।
अब तक 9 दिन की कस्टडी में जा चुके हैं कार्ति
कार्ति को 28 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उसी दिन उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां कोर्ट ने कार्ति को 1 दिन की CBI कस्टडी के लिए भेज दिया। इसके बाद अगले दिन कार्ति फिर कोर्ट में पेश हुए। CBI ने 14 दिन की रिमांड की मांग की, जिसे कोर्ट ने घटाकर 5 दिन कर दिया। बाद में 6 मार्च को कार्ति को फिर कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने कार्ति को फिर 3 दिन की कस्टडी में भेज दिया।
इंद्राणी बोली- कार्ति ने 10 लाख डॉलर मांगे
इससे पहले INX मीडिया की डायरेक्टर रहीं इंद्राणी मुखर्जी ने कार्ति को 10 लाख डॉलर देने की बात कही है। एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, इंद्राणी ने अपने बयान में कहा है कि "वो और उनके पति पीटर मुखर्जी तत्कालीन वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के कहने पर कार्ति से मिले थे। उनकी मुलाकात दिल्ली के एक होटल में हुई जहां कार्ति ने उनसे रिश्वत के तौर पर 10 लाख डॉलर की डिमांड की थी।"
28 फरवरी को हुई है कार्ति की गिरफ्तारी
कार्ति चिदंबरम को INX मीडिया से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 28 फरवरी को चेन्नई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। कार्ति 28 फरवरी को ही लंदन से लौटे थे और उन्हें एयरपोर्ट पर ही CBI ने गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद उसी दिन उन्हें पाटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां कार्ति को 1 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। इसके बाद कार्ति को 5 दिन की रिमांड पर और भेज दिया गया था।
कार्ति पर क्या हैं आरोप?
इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने मई 2017 में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ मई 2017 में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज किया था। कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने अपने पिता के पॉवर का गलत इस्तेमाल कर कंपनियों को फायदा पहुंचाया और उसके एवज में फंड लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्ति ने साल 2007 में मुंबई की INX मीडिया कंपनी को फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) की मंजूरी दिलाने में मदद की। इसके बाद INX को 305 करोड़ रुपए मिले और इसके बदले में कार्ति को 10 लाख डॉलर (करीब 7 करोड़ रुपए) दिए गए। उस दौरान उनके पिता पी. चिदंबरम यूपीए सरकार में वित्त मंत्री थे। FIPB की मंजूरी मिलने के बाद INX मीडिया और कार्ति की कंपनियों के बीच 3.5 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ। बता दें कि INX मीडिया कंपनी के मालिक पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी हैं, जो अपनी बेटी शीना बोरा के मर्डर के आरोप में जेल में बंद हैं।
Created On :   8 March 2018 8:14 AM IST