इजराइल के लोगों के लिए प्यार और नफरत की जगह है ये स्मारक - नेतन्याहू 

israeli prime minister benjamin netanyahu in mumbai with pm narendra modi
इजराइल के लोगों के लिए प्यार और नफरत की जगह है ये स्मारक - नेतन्याहू 
इजराइल के लोगों के लिए प्यार और नफरत की जगह है ये स्मारक - नेतन्याहू 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई दौरे पर आए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गुरुवार को नरिमन हाऊस पहुंचे। इस दौरान उनके साथ 26/11 के आतंकी हमले में अपने मां-बाप खो चुका मोशे होल्ट्जबर्ग भी थे। बेबी मोशे अपने रिश्तेदारों के साथ दो दिन पहले ही मुंबई पहुंच गए थे। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने 26/11 आतंकी हमले के शहीदों को नरीमन हाउस में श्रद्धांजलि दी। नेतन्याहू ने चबाड हाऊस को प्यार और नफरत का एक अनूठा स्थान बताया। उन्होंने कहा कि यह इजरायल के लोगों के प्रति प्यार और नफरत की अनोखी जगह है। नेतन्याहू ने चाबड हाउस (नरिमन हाऊस) में लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही।

नेतन्याहू ने कहा कि इज़राइल राष्ट्र मोक्ष के लिए जाना जाता है। इजरायल के प्रधानमंत्री ने मेहमाननवाजी करने और चबाड हाउस में अपने कमरे को दिखाने के लिए मोशे को धन्यवाद दिया। इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके माता-पिता ने लोगों से प्रेम दिखाया और इस घर में सभी का स्वागत किया। प्रत्येक यहूदी को एक घर प्रदान किया यह घर इजरायल को प्यार करता है लेकिन, आतंकवादियों ने इजरायल के प्रति घृणा दिखाई। नेतन्याहू ने कहा कि सैंड्री सैमुअल द्वारा दिखाए गए प्यार के कारण मोशे को आतंकवादी नुकसान नहीं पहुंचा सके। नेतन्याहू ने कहा कि अतीत में यहूदी लोगों ने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन भगवान की कृपा से वे सब ठीक हुआ।

इससे पहले  बेंजामिन नेतन्याहू ने  मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ 26/11  के आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। इजरायल के प्रधान मंत्री ने इस जगह पर आगंतुक की पुस्तक में एक संदेश भी लिखा।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब जुलाई 2017 में इजराइल के दौरे पर गए थे तो खास तौर पर इस बच्चे, उसके नाना-नानी और देखभाल करने वाली भारतीय महिला सांड्रा सैम्युअल से भी मिले थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेबी मोशे को भारत आने का न्योता दिया था। मुंबई हमले के बाद से ही मोशे भारत और इजराइल के बीच आतंकवाद के खिलाफ साझेदारी और संकल्प की एक तस्वीर बना रहा। 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर हुए आतंकी हमले के दौरान चाबाड हाउस में हुई गोलीबारी में मोशे के पिता गैवरील और मां रिवका को लील लिया था। मगर इस बच्चे की देखभाल करने वाली सांड्रा सैम्युल नन्हे मोशे को सुरक्षित बचा निकालने में कामयाब हुई थी।

Created On :   19 Jan 2018 12:08 AM IST

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