Bypoll Results : यूपी में जीती गठबंधन की राजनीति, 2019 में आसान नहीं होगी बीजेपी की राह

Kairana and Noorpur bypoll results : Bjp lost both seats in UP
Bypoll Results : यूपी में जीती गठबंधन की राजनीति, 2019 में आसान नहीं होगी बीजेपी की राह
Bypoll Results : यूपी में जीती गठबंधन की राजनीति, 2019 में आसान नहीं होगी बीजेपी की राह

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। तीन राज्यों की 4 लोकसभा सीटों और 9 राज्यों की 10 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। इन उपचुनाव में सबसे ज्यादा दिलचस्प लड़ाई उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीट पर थी। इन दोनों ही सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों की हार हो गई है। यूपी की कैराना लोकसभा सीट पर जहां आरएलडी की प्रत्याशी तबस्सुम हसन की जीत हुई है। वहीं नूरपुर विधानसभा सीट पर सपा उम्मीदवार नईमुल हसन ने बीजेपी प्रत्याशी को मात दी है। दोनों ही सीटों पर विपक्ष ने एकजुट होकर बीजेपी को हराया है। कैराना में रालोद प्रत्याशी को कांग्रेस, बसपा और सपा का समर्थन था तो वहीं नूरपुर विधानसभा सीट पर सपा उम्मीदवार को रालोद और बसपा ने समर्थन दिया था। दोनों ही सीटों पर विपक्षी गठबंधन की जीत के बाद राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अब 2019 लोकसभा चुनाव में यूपी में गठबंधन की राजनीति और मजबूत होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं और यह बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है।

इधर, यूपी की दोनों सीटों पर बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की जीत के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि जो खेल बीजेपी ने हमारे साथ खेला था, उसी खेल से हमने उन्हें हराया है। अखिलेश ने कहा, "ये कहा गया कि किसानों का कर्जा माफ होगा, पर क्या हुआ? बल्कि किसानों की जान चली गई। ये बहुत बड़ा धोखा है।" अखिलेश ने जीत के बाद मतदाताओं को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा, "मैं उन सभी मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने हमें वोट दिया। ये उन लोगों की हार है, जिन्हें लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। लोगों ने बीजेपी को करारा जवाब दिया है।"

 


कैराना में अपने उम्मीदवार की जीत पर रालोद ने भी सपा, कांग्रेस और बसपा को धन्यवाद दिया है। रालोद नेता जयंत चौधरी ने कहा है, "हम सभी दलों को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने हमें समर्थन दिया। अखिलेश जी, मायावती जी, राहुल जी, सोनिया जी, CPI-M, AAP सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद। जिन्ना हारा, गन्ना जीता।"
 


कैराना उपचुनाव में बीजेपी की पराजित प्रत्याशी मृगांका सिंह की भी इस हार पर प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा, "कई मतदाताओं ने हमें वोट किया, लेकिन कुछ हजार वोट विपक्षी गठबंधन को ज्यादा मिले और वे जीत गए। मैं विजय उम्मीदवार को बधाई देती हूं। विपक्षी गठबंधन मजबूती से उभरा है। हमें भविष्य में इस गठबंधन का सामना करने के लिए तैयार होना होगा।"

 


बता दें कि यूपी की कैराना लोकसभा सीट बीजेपी सांसद हुकुम सिंह की मृत्यु के बाद खाली हुई थी। यहां बीजेपी ने हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को मैदान में उतारा था, वहीं आरएलडी ने दिवंगत सांसद मुनव्वर हसन की पत्नी तबस्सुम को प्रत्याशी बनाया था। कांग्रेस, बसपा और सपा ने रालोद को अपना समर्थन दिया था। इसी तरह नूरपुर में भी विपक्ष, बीजेपी के खिलाफ लामबंद था। नूरपुर से बीजेपी ने दिवंगत विधायक की पत्नी अवनी सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था। अवनी सिंह के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने नईमुल हसन को मैदान में उतारा था। यहां सपा प्रत्याशी को बसपा और रालोद का समर्थन हासिल था।

विपक्षी पार्टियों ने दोनों ही सीटों पर वही करिश्मा दोहरा दिया है, जो यूपी की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान किया था। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में भी बसपा ने सपा के उम्मीदवारों को अपना समर्थन देकर बीजेपी को दोनों सीटों पर हरा दिया था। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कैराना और नूरपुर के नतीजे बीजेपी के लिए बड़ा झटका साबित हुए हैं। जानकारों का मानना है कि विपक्षी गठबंधन को यहां मिली सफलता के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की राह कतई आसान नहीं होगी।

Created On :   31 May 2018 6:03 PM IST

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