केरल : सोना तस्करी मामले में कस्टम की जांच तेज
- केरल : सोना तस्करी मामले में कस्टम की जांच तेज
तिरुवनंतपुरम, 21 सितंबर (आईएएनएस)। केरल के सनसनीखेज सोने की तस्करी मामले की जांच कर रहे कस्टम डिपार्टमेंट ने सोमवार को अपनी जांच के हिस्से के रूप में एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स से यूएई वाणिज्य दूतावास के लिए एक सामान की खेप ले जाने वाले वाहन के मालिक और उसके ड्राइवर से पूछताछ की।
पूछताछ में दोनों ने इस बात से इनकार किया है कि उन्हें बैग में रखे सामान के बारे में कोई जानकारी थी।
बता दें कि कस्टम के अलावा, ईडी और एनआईए भी सोने की तस्करी मामले (गोल्ड स्मगलिंग केस) की जांच कर रही है।
अब यह बात सामने आई है कि सोने की तस्करी में एक गैंग शामिल था, जिसने बैग में पवित्र ग्रंथ कुरान और 1,700 किलोग्राम खजूर यूएई वाणिज्य दूतावास को भेजा था।
मामले में केरल के उच्च शिक्षा मंत्री के.टी. जलील का भी नाम आ रहा है, जिनसे प्रवर्तन निदेशालय और एनआईए ने पूछताछ की है और अब कस्टम द्वारा बुलाए जाने की पूरी संभावना है।
कस्टम डिपार्टमेंट ने ही गोल्ड स्मगलिंग केस का खुलासा किया था और इस मामले में 5 जुलाई को यूएई वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी पी.एस. सरिथ की पहली गिरफ्तारी की थी। तब से लेकर अब तक इस मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें एक हाई प्रोफाइल महिला स्वप्ना सुरेश भी शामिल हैं, जो संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास की पूर्व कर्मचारी भी थीं और बाद में केरल सरकार की सूचना प्रौद्योगिकी विभाग से जुड़ीं।
जलील ने बताया कि वह स्वप्ना सुरेश को जानता था और उसे सिर्फ कुरान और खजूर पहुंचाने के लिए कहा गया, जो उसने किया।
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने जलील का बचाव करते हुए उन्हें क्लीन चिट दी और कहा कि उसने कुछ गलत नहीं किया है और उसके इस्तीफे का सवाल ही पैदा नहीं होता है। बता दें कि विपक्ष जलील के इस्तीफे की लगातार मांग कर रहा है।
जलील के बचाव में सीपीआई के सचिव कनम राजेंद्रम भी उतर गए। उन्होंने कहा कि किसी से पूछताछ के आधार पर इस्तीफा नहीं हो सकता। ऐसा केरल में कभी नहीं हुआ।
राजेंद्रम ने कहा कि चूंकि राज्य में अगले साल चुनाव होने वाले हैं, इसलिए ये मुद्दा छाया रहेगा और शायद जांच भी लंबी चलती रहे।
एसकेपी/एसजीके
Created On :   21 Sept 2020 6:30 PM IST