राज्यपाल शपथ ग्रहण: लालजी टंडन बिहार और सत्यपाल मलिक जम्मू कश्मीर के राज्यपाल बने
- कश्मीर में लागू है राज्यपाल शासन।
- दोनों के सामने होंगी कई चुनौतियां।
- लालजी टंडन बिहार और सत्यपाल मलिक जम्मू कश्मीर के राज्यपाल बने।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के सबसे चर्चित राज्यों से शुमार बिहार और जम्मू कश्मीर को नए राज्यपाल मिल गए हैं। बिहार में नवनियुक्त राज्यपाल लालजी टंडन ने बिहार के 39 वें राज्यपाल के रूप में गुरुवार को शपथ ली। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एमआर शाह ने लालजी टंडन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी समेत कई अन्य मंत्री भी मौजूद रहे। शपथ ग्रहण समारोह पटना स्थित राजभवन में आयोजित हुआ।
Patna: Lal Ji Tandon sworn-in as the Governor of Bihar pic.twitter.com/msqbjCnPlE
— ANI (@ANI) August 23, 2018
Srinagar: Satya Pal Malik sworn-in as the Governor of Jammu Kashmir pic.twitter.com/oHp6Waq6GB
— ANI (@ANI) August 23, 2018
कश्मीर में मलिक ने ली शपथ
सत्यपाल मलिक ने जम्मू कश्मीर के नए राज्यपाल के रूप में शपथ ली, उन्हे कश्मीर की मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ने शपथ दिलाई। सत्यपाल मलिक के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत कई आला अधिकारि भी मौजूद रहे। सत्यपाल मलिक के सामने राज्य में बड़ी चुनौती सभी पार्टियों के साथ मिलकर लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा करना होगी।
कश्मीर में यह है चुनौती
कश्मीर के नए राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सामने सबसे बड़ी चुनौती कानून व्यवस्था को बनाए रखना होगा। मलिक को कश्मीर के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़कर राज्य में संचालित हो रहीं अवैध गतिविधियों को भी रोकना होगा। कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू है ऐसे में उनके ऊपर शांतिपूर्ण रूप से निकाय और पंचायत के चुनाव संपन्न कराने की भी बड़ी जिम्मेदारी होगी।
बिहार में लालजी संभालेंगे कमान
बिहार के राज्यपाल बने लालजी टंडन लखनऊ जनपद यूपी के रहने वाले हैं। लालजी टंडन मंझे हुए राजनेता माने जाते हैं, उन्होने लंबे समय तक भाजपा के लिए काम किया है। उत्तर प्रदेश सरकार में वो कई बार अलग-अलग विभागों के मंत्री भी रहे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी ने जब लखनऊ की अपनी सीट छोड़ी तो लालजी उनकी सीट पर जीतकर 15 वीं लोकसभा में पहुंचे। पहली बार राज्यपाल बने लालजी टंडन के सामने बिहार में सबसे बड़ी चुनौती राज्य में शांति व्यवस्था को बहाल करना और बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाना होगी।
Created On :   23 Aug 2018 4:02 PM IST