पाक की गोलाबारी चलते एलओसी निवासी सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर
श्रीनगर, 14 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम के उल्लंघन के मामले खत्म होते ही नहीं दिख रहे हैं, लिहाजा जीरो लाइन के पास रहने वाले ज्यादातर लोग गोलीबारी से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर हो गए हैं।
उरी में पिछले कुछ दिनों में युद्ध विराम का सबसे बुरा उल्लंघन देखा गया है, जिसमें पाकिस्तानी सेना एलओसी के किनारे असैन्य क्षेत्रों और रक्षा चौकियों पर लगातार हमले कर रही है।
उरी सेक्टर में एलओसी के आस-पास रहने वाले कई परिवार समूहों में सुरक्षित क्षेत्रों में चले गए हैं। इस दौरान उन्होंने खुद को दूसरे जोखिम यानि कि कोविड-19 संक्रमण के खतरे में डाला। ये लोग पाकिस्तानी हमलों से खुद को बचाने के लिए भूमिगत बंकरों की मांग कर रहे हैं।
उरी के चरनारा गांव के निवासी लाल हसन कोहली ने कहा, पाकिस्तानी गोलाबारी के बिना एक दिन भी नहीं गुजरता। हमने बार-बार सरकार से बंकर बनाने का अनुरोध किया।
उरी में शुक्रवार को एक महिला की मौत हो गई और पाकिस्तानी गोलाबारी में शनिवार रात पुंछ सेक्टर में एक सैनिक की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। इससे पहले सेना का एक जवान गुरुवार को राजौरी सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हो गया था।
उरी के एसडीएम रियाज अहमद ने कहा, हमने गोलाबारी वाले क्षेत्रों से 12 परिवारों को निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। एनएचपीसी की कुछ सुविधाएं हैं, जहां हमने उन्हें रखा है। और भी परिवारों को यहां लाया जा रहा है जो स्थिति में सुधार होने तक वहां रहेंगे।
Created On :   14 Jun 2020 2:01 PM IST