शांतिपूर्वक संपन्न हुई अंतिम चरण की वोटिंग, 64.27% मतदाताओं ने किया मतदान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 17वीं लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के साथ ही इसकी समाप्ती हो चुकी है। सातवें व अंतिम चरण में आठ राज्यों की 59 सीटों पर 64.27 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। चुनाव के इस चरण में 918 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी थी जो अब ईवीएम में कैद हो गई है जिनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हैं। ईवीएम की गड़बड़ी और कुछ हिस्सों में हिंसा की खबरों के बीच बाकी सभी जगहों पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। हालांकि चुनाव आयोग ने मतदान के फाइनल आंकड़े जारी नहीं किए हैं।
रविवार को हुए सातवें चरण में पंजाब और उत्तर प्रदेश की 13-13, बिहार और मध्य प्रदेश की आठ-आठ, पश्चिम बंगाल की नौ, हिमाचल प्रदेश की चार, झारखंड की तीन और चंडीगढ़ सीट पर मतदान हुआ। अंतिम चरण में जिन दिग्गज नेताओं के भाग्य का फैसला होना था, उनमें पीएम नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (पटना साहिब), शत्रुघ्न सिन्हा, मनोज सिन्हा (गाजीपुर), आरके सिंह (आरा), हरदीप सिंह पुरी (अमृतसर) और अनुप्रिया पटेल (मिर्जापुर) जैसे नेता शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार अंतिम चरण में 64.27 प्रतिशत मतदान हुआ। बिहार में मतदाताओं की संख्या 53.36 प्रतिशत रही। वहीं हिमाचल प्रदेश में 71.24 प्रतिशत मतदान हुआ। 75.53 प्रतिशत वोटिंग के साथ मध्यप्रदेश सबसे ऊपर रहा। जबकि पंजाब में 65.77%, उत्तर प्रदेश में 58.01%, पश्चिम बंगाल में 73.57%, झारखंड में 71.16% और चंडीगढ़ में कुल 63.57% मतदान हुआ। बता दें कि पिछले छह चरण के चुनाव में 543 लोकसभा सीटों में से अब तक 484 सीटों पर मतदान हो चुका है। लोकसभा चुनाव के परिणाम 23 मई को घोषित होंगे।
अंतिम चरण की वोटिंग में कुछ जगहों से हिंसा की खबरें भी आई। पश्चिम बंगाल में सुबह मतदान से पहले हिंसा की खबरें सामने आई थीं। बंगाल के भाटपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव से पहले हिंसा भड़क गई थी। यहां गाड़ी में आग लगा दी गई और बम भी फेंके गए थे। हालांकि इसके बाद स्थिति को काबू में कर लिया गया। बंगाल के जाधवपुर, बैरकपुर, कोलकाता और बसीरहाट के मतदान केंद्रों पर भी मारपीट, फर्जी मतदान और हिंसक घटनाएं हुईं।
वहीं पंजाब के गुरदासपुर में कांग्रेस के समर्थक आपस में ही भिड़ गए, जिसमें 3 कार्यकर्ता घायल हुए। पंजाब के खडूर साहिब में कांग्रेस कार्यकर्ता की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। बठिंडा में मतदान केंद्र के बाहर फायरिंग हुई। राज्य में 20 से ज्यादा लोग जख्मी हुए। वोटिंग के दौरान गोरखपुर में मतदान के दौरान पीठासीन अधिकारी राजाराम की मौत हो गई। पहले इलेक्शन ड्यूटी पर उनकी तबीयत बिगड़ी जिसकी बाद उनकी जान चली गई। पीठासीन अधिकारी को अस्थमा की शिकायत थी।
उधर, भाजपा ने पश्चिम बंगाल में हिंसा की खबरों के बीच चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल में आचार संहिता खत्म होने तक केंद्रीय सशस्त्र बलों को तैनात करने का आग्रह किया है। बीजेपी ने आशंका व्यक्त की है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) मतदान समाप्त होने के बाद मतदाताओं के एक वर्ग को निशाना बना सकती है। मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया और ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार का विरोध करने वाले कई मतदाताओं को मतदान केंद्रों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई।
Created On :   20 May 2019 12:15 AM IST