मप्र विधानसभा: 120 वोट हासिल कर NP प्रजापति बने स्पीकर, BJP का राजभवन तक पैदल मार्च
- 100-100 करोड़ के ऑफर का कांग्रेस ने लगाया आरोप
- इससे पहले 1967 में हुए थे चुनाव
- एनपी प्रजापति के स्पीकर बनने का रास्ता साफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। विधानसभा स्पीकर के लिए काफी समय से चल रही गहमागहमी मंगलवार को खत्म हो गई। कांग्रेस के नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने 120 वोट के साथ स्पीकर का चुनाव जीत लिया, हालांकि भाजपा ने इसमें भाग नहीं लिया, जिसके बाद प्रजापति के विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ सका। इससे पहले प्रोटेम स्पीकर दीपकर सक्सेना ने कांग्रेस के नर्मदा प्रसाद प्रजापति को स्पीकर घोषित कर दिया था, हालांकि भाजपा विधायकों ने इसका विरोध किया था। भाजपा विधायकों ने कहा था कि जब नामांकन दाखिल किया गया था तो उस पर वोटिंग की जानी चाहिए थी। इसके विरोध में भाजपा ने राजभवन तक पैदल मार्च किया, भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने विजय शाह के प्रस्ताव को स्वीकार न करके आदिवासी समाज का अपमान किया है।
संसदीय कार्यमंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि विजय शाह का आवेदन तय समय के बाद आया था, इसलिए उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। डॉ. सिंह ने कहा कि विधानसभा उपाध्यक्ष भी कांग्रेस पार्टी से ही होगा। स्पीकर के चयन पर सवाल उठाते हुए भाजपा विधायक सदन से वाकआउट कर गए। बता दें कि भाजपा को विजय शाह का प्रस्ताव ही नहीं रखने दिया गया। इसके बाद भाजपा विधायकों ने स्पीकर के चुनाव की मांग को लेकर काफी देर तक हंगामा किया। बता दें कि इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि मध्य प्रदेश में 52 साल बाद स्पीकर के लिए मंगलवार को वोटिंग होगी। इससे पहले स्पीकर के लिए 1967 में वोटिंग हुई थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमारे विधायकों को वोटिंग के लिए 100-100 करोड़ रुपए का ऑफर दिया।
Created On :   8 Jan 2019 10:08 AM IST