महाराष्ट्र : विधान परिषद की 5 सीटों के नतीजे, 2- 2 सीटों पर बीजेपी-शिवसेना का कब्जा
- भाजपा ने भी अपना प्रदर्शन बरकरार रखते हुए 2 सीटों पर कब्जा जमाया है।
- विधान परिषद चुनाव में शिवसेना ने बड़ी सफलता हासिल की है।
- कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई है।
- जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस को 1 सीट से संतोष करना पड़ा है।
- विधान परिषद की स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र की 6 सीटों में से 5 सीटों के चुनाव परिणाम गुरुवार को घोषित कर दिए गए।
- शिवसेना ने 2 सीटों पर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद की स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र की 6 सीटों में से 5 सीटों के चुनाव परिणाम गुरुवार को घोषित कर दिए गए। विधान परिषद चुनाव में शिवसेना ने बड़ी सफलता हासिल की है। शिवसेना ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की है। पिछले चुनाव में शिवसेना को एक भी सीटें नहीं मिली थीं। भाजपा ने भी अपना प्रदर्शन बरकरार रखते हुए 2 सीटों पर कब्जा जमाया है। जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस को 1 सीट से संतोष करना पड़ा है। कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई है।
विधान परिषद की नाशिक सीट पर भाजपा की तरफ से राष्ट्रवादी कांग्रेस के उम्मीदवार शिवाजी सहाणे को समर्थन देने के बावजूद शिवसेना उम्मीदवार नरेंद्र दराडे ने बड़ी जीत हासिल की। शिवसेना के दराडे को 399 वोट मिले। जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रवादी कांग्रेस के सहाणे को 232 वोट मिले। परभणी-हिंगोली सीट पर शिवसेना के उम्मीदवार विप्लव बाजोरिया ने कांग्रेस के उम्मीदवार सुरेश देशमुख को हराया है। इस सीट पर शिवसेना का संख्या बल कम होने के बावजूद विप्लव ने जीत हासिल की। विधान परिषद सदस्य गोपीकिशन बाजोरिया के बेटे विप्लव को 256 वोट मिले हैं जबकि कांग्रेस उम्मीदवार देशमुख को 221 वोट मिले।
अमरावती सीट पर भाजपा उम्मीदवार व प्रदेश के उद्योग राज्य मंत्री प्रवीण पोटे-पाटील को बड़ी जीत मिली है। पाटील को 458 वोट मिले हैं जबकि उनके मुकाबले कांग्रेस के उम्मीदवार अनिल माधोगडिया को सिर्फ 17 वोट मिल पाए। जबकि वर्धा-चंद्रपुर-गड़चिरोली सीट पर भाजपा के उम्मीदवार रामदास आंबटकर ने सफलता हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार इंद्रकुमार सराफ को हराया है। भाजपा के आंबटकर को 528 वोट मिले हैं जबकि कांग्रेस के सराफ ने 491 वोट हासिल किया। रत्नागिरी- सिंधुदुर्ग-रायगड सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के उम्मीदवार अनिकेत तटकरे ने शिवसेना उम्मीदवार राजीव साबले को शिकस्त दी है।
अनिकेत राष्ट्रवादी कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे के बेटे हैं। वहीं अदालत के फैसले के कारण उस्मानाबाद- लातूर-बीड़ सीट पर मतगणना टाल दी गई है। इस सीट पर चुनावी नतीजें बाद में घोषित किए जाएंगे। यहां पर प्रदेश की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे और विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। विधान परिषद की सभी 6 सीटों पर 21 मई को वोटिंग हुई थी। छह सीटों में से शिवसेना ने 3, भाजपा ने 2, कांग्रेस ने 3 और राष्ट्रवादी कांग्रेस ने 3 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
किन सीटों पर किस पार्टी ने हासिल की जीत-
सीट जीते हुए उम्मीदवार हारने वाले उम्मीदवार
नाशिक नरेंद्र दराडे (शिवसेना) शिवाजी सहाणे (राष्ट्रवादी कांग्रेस)
परभणी-हिंगोली विप्लव बाजोरिया (शिवसेना) सुरेश देशमुख (कांग्रेस)
अमरावती प्रवीण पोटे-पाटील (भाजपा) अनिल माधोगडिया (कांग्रेस)
वर्धा-चंद्रपुर-गड़चिरोली रामदास आंबटकर (भाजपा) इंद्रकुमार सराफ (कांग्रेस)
रत्नागिरी- सिंधुदुर्ग-रायगड अनिकेत तटकरे (राष्ट्रवादी कांग्रेस) राजीव साबले ( शिवसेना)
उस्मानाबाद-लातूर-बीड इस सीट पर मतगणना टाल दी गई है।
उस्मानाबाद-बीड-लातूर सीट पर बीजेपी की तरफ से महिला बाल कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे और एनसीपी की तरफ से धनंजय मुंडे के बीच मुकाबला है। धनंजय मुंडे परिषद में विपक्ष के नेता हैं साथ ही बीजेपी उम्मीदवार पंकजा मुंडे के करीबी रिश्तेदार भी हैं।
गौरतलब है कि ये चुनाव इसलिए हो रहा है, क्योंकि NCP के तीन, बीजेपी के दो और कांग्रेस के एक सदस्य का कार्यकाल 21 जून को पूरा हो रहा है। महाराष्ट्र विधान परिषद में कुल 78 सीटें हैं। इसमें NCP के 23 सदस्य हैं। कांग्रेस के 19, बीजेपी के 18, शिवसेना के 9, पीआरपी और लोकभारती के एक-एक सदस्य हैं। विधान परिषद में विपक्ष का बहुमत होने के कारण सभापति पद NCP और उपसभापति पद कांग्रेस के पास है।
जानकारी के मुताबिक NCP के कोंकण ग्रेजुएट निर्वाचन क्षेत्र के विधायक निरंजन डावखरे बीजेपी में शामिल हो गए हैं। गुरुवार को महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में निरंजन ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। उन्होंने बुधवार को महाराष्ट्र विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही पार्टी भी छोड़ दी थी। वहीं NCP ने दावा किया है दावखरे को पार्टी की प्रदेश यूनिट के प्रमुख जयंत पाटिल के निर्देश पर 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया था।
निरंजन डावखरे के पिता दिवंगत वसंत डावखरे ठाणे-पालघर क्षेत्र में NCP के वरिष्ठ नेता थे। वो करीब 18 साल तक विधान परिषद के उप सभापति के पद पर भी रहे। दावखरे ने बुधवार को परिषद के सभापति रामराजे नाइक निंबाल्कर से मिलकर इस्तीफा दे दिया। उनका कार्यकाल 7 जुलाई को खत्म होने वाला था।
Created On :   24 May 2018 8:52 AM IST