ममता सरकार की वकालत कर मुसीबत में फंसे मनु सिंघवी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।कांग्रेस पार्टी सांसद मनु सिंघवी पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सेना की तैनाती का विरोध करने पर अपनी ही पार्टी के निशाने पर आ गए हैं। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस की तरफ से कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने उन्हे चेतावनी देते हुए कहा की वह इसकी शिकायत पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से करेंगे। यह बात कांग्रेस के सिद्धांतों के खिलाफ है।
मामला क्या था
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी जब इस बात की वकालत कोलकाता हाईकोर्ट में कर रहे थे की राज्य में पंचायत चुनाव को उचित ढंग से कराने के लिए वहां केंद्रीय सेना की तैनाती ज़रूरी है, उसी वक्त मनु सिंघवी एपेक्स कोर्ट में ममता सरकार की ओर से इस बात का विरोध करते देखे गए। उनके इस व्यवहार से नाराज़ अधीर रंजन चौधरी ने उन्हे पार्टी अध्यक्ष से शिकायत की चेतावनी दे डाली।
कांग्रेस पार्टी सांसद मनु सिंघवी ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी के विधायकों के साथ एक लंबी बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा की पश्चिम बंगाल की ऐतिहासिक और भौगोलिक स्थिति बताती है कि यह जगह एंटी भाजपा है यहा की जनता ऐसी राजनीति नहीं चाहती। उन्होंने अपनी पार्टी के उम्मीदवार को समर्थन देने पर ममता बनर्जी का धन्यवाद किया।
पहले से ही बदनाम है पंचायत चुनाव
भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच यह चुनाव अपनी डर्टी पॉलिटिक्स के कारण बदनाम हैं, चुनाव होने से पहले ही यहां दोनो पार्टीयों के बीच कई बार झड़प की खबरें आ चुकी हैं। बीते शुक्रवार और गुरूवार को भी कुछ बड़े झगड़ों की खबर आई जिसमें लगभग 25 कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए है। गौरतलब है की पश्चिम बंगाल के 20 राज्यों में पंचायत चुनाव 1, 2 और 3 मई को होना है, बीती 4 अप्रैल को भाजपा नेता मुकुल राय ने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी, ताकी चुनाव की उचित छवि बरकरार रहे।
Created On :   8 April 2018 11:44 AM IST