PM मोदी को पार्सल में भेजा 'सैनेटरी नैपकिन' !

डिजिटल डेस्क,कोयंबटूर। 12% GST लगाने के बाद बहस और विरोध का मुद्दा बना 'सैनेटरी नैपकिन' सोशल मीडिया पर लगातार ट्रोल कर रहा है। यह विरोध यूं ही थमने का नाम नहीं ले रहा है। 'सैनेटरी नैपकिन' को लेकर देशभर में विरोध के स्वर फूट रहे हैं, धीरे-धीरे विस्फोटक रूप ले रहा है। इस बार इस विरोध की चपेट में PM नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली भी आ गए हैं। इसके लिए बैंगलुरू के बाद अब तमिलनाडु के कोयंबटूर में रेवोल्यूशनरी यूथ फ्रंट के सदस्यों ने GST का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को 'सैनेटरी नैपकिन' के पार्सल भेजे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ संस्थानों और सोशल मीडिया पर इंडिविजुअल यूजर की ओर से भी केंद्र सरकार को 'सैनेटरी नैपकिन' पर GST लगाने का विरोध झेलना पड़ा है। इस मसले को लेकर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने भी केंद्र सरकार से जवाब तलब किया है। विरोध कर रहे संस्थानों का कहना है कि महिलाओं के हेल्थ और बेसिक नीड से जुड़े इस उत्पाद पर टैक्स की मार नहीं होनी चाहिए।
सैनेटरी नैपकिन पर टैक्स कम करने की मांग करने वालों का कहना है, कि यह महिलाओं की मूलभूत जरूरत है। अगर ये महंगे होंगे तो महिलाएं इसे नहीं खरीद पाएंगी। अप्रैल में शी सेज नाम की एक संस्थान ने सोशल मीडिया पर 'लहू का लगान' नाम से एक कैंपेन भी शुरू किया था। इसमें सैनेटरी नैपकिन को टेक्स फ्री करने की मांग की गई थी। इसके साथ ही कई राजनीतिक दलों ने भी सैनेटरी नैपकिन पर लगने वाले कर का विरोध किया था। एमएनएस नेता शालिनी ठाकरे ने इस इस मसले को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात भी की थी।
Created On :   22 July 2017 3:57 PM IST