विपक्ष पार्टी के गठबंधन पर बोले मंत्री जेटली, कहा महागठबंधन असफल साबित होगा
- जेटली बोले गठजोड़ देश को नहीं चला सकता
- विपक्षी पार्टियों के महागठबंधन पर मंत्री का हमला
- सभी प्रयासों को अतीत की तुलना में विनाशकारी बताया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए विपक्षी पार्टियों के महागठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा है कि महागठबंधन प्रतिद्वंद्वियों का गठजोड़ है जो देश को नहीं चला सकता। उन्होंने पार्टी को चेताया, मंत्री ने कहा कि प्रतिद्वंद्वियों का गठबंधन काम नहीं करता है। हमने इस प्रकार के अनुभव किए हैं और इसकी कीमत भी चुकाई है। उन्होंने पार्टी को विश्वास दिलाते हुए कहा कि महागठबंधन असफल साबित होगा।
विनाशकारी
जेटली वार्षिक इकोनॉमिक्स टाइम्स पुरस्कार समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने बिना किसी पार्टी के नाम लिए कहा कि वर्तमान में जो प्रयास किए जा रहे हैं, वो अतीत की तुलना में विनाशकारी है। मंत्री जेटल ने कहा कि यह एक गलत फॉर्मुला है और इसकी सभी कोशिशें असफल रही हैं।
चिंता
उन्होंने इस ओर चिंता भी व्यक्त करते हुए कहा क्या दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, सबसे बड़ा लोकतंत्र प्रतिद्वंद्वियों का गठबंधन चला सकता है ? उन्होंने कहा कि गठबंधन का केंद्र एक बड़े आधार वाली पार्टी होनी चाहिए, न कि कम आधार वाली राज्य की पार्टी।
आलोचना
इसके अलावा मंत्री जेटली ने आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल की सरकारों द्वारा अपने राज्य में CBI को जांच करने की सहमति वापस लेने की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, अभी किसी ने स्वायत्ता की घोषणा की कि वे जांच एजेंसियों को घुसने नहीं देंगे। यह खराब शासन है। उन्होंने कहा कि CBI जांच के लिए आने से ऐसे लोग इसलिए कतरा रहे हैं, ताकि उनके कोई कारनामे सामने ना आ जाएं। मंत्री जेटली का कहना है कि ऐसा कोई राज्य नहीं है जहां भ्रष्टाचार न होता है।ऐसे में CBI को जांच करने की सहमति वापस लेना खुद को बचाने जैसा है।
आरोप
मालूम हो कि इससे पहले ममता बनर्जी और चंद्रबाबू नायडू ने CBI को अपने अपने राज्य में छापे मारने व जांच करने के लिए दी गई सामान्य रजामंदी को वापस ले लिया था। वहीं विपक्ष ने केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के कारण राज्यों का उन पर से विश्वास कम होने का आरोप लगाया था। मंत्री जेटली ने चुनाव में लगातार लगाए जाने वाले अनुमानों पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने साल 2004-14 का उदाहरण देते हुए कहा कि उस दौरान चुनावी विश्लेषकों द्वारा यह अनुमान लगाया गया था कि हमें बहुमत नहीं मिलेगा।
Created On :   18 Nov 2018 9:44 AM IST