सांसद अखिलेश सिंह ने हर्षवर्धन से किया बिहार का दौरा करने का आग्रह
- सांसद अखिलेश सिंह ने हर्षवर्धन से किया बिहार का दौरा करने का आग्रह
पटना, 27 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या और सीमित संसाधनों को लेकर सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को पत्र लिखकर उनसे बिहार का दौरा करने का आग्रह किया।
उन्होंने पत्र में लिखा कि बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या अचानक बढ़ना एक नए खतरे का अंदेशा दे रहा है। राज्य सरकार की कोरोना से लड़ने की व्यवस्था निंदनीय है। अस्पतालों में बदहाली का माहौल है।
कांग्रेस नेता सिंह ने पत्र में कहा कि देश इस समय कई विकट परिस्तिथियों से जूझ रहा है, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण विश्वव्यापी महामारी कोरोना है। कोराना संक्रमण के मामले में आज भारत विश्व में तीसरे स्थान पर खड़ा है, जो अत्यधिक चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा, कई राज्यों में जहां एक समय रोजाना संक्रमितों की संख्या चिंताजनक बनती जा रही थी, उन राज्यों ने अपनी व्यवस्था को सुस्थापित करते हुए और बारीकी से परिस्तिथियों का विश्लेषण करते हुए और लोगों में जागरूकता बढ़ाते हुए वायरस संक्रमण पर काबू भी पाया है।
उन्होंने आगे लिखा, बिहार जहां अत्यधिक संख्या में प्रवासी मजदूरों की वापसी राज्य के लिए चिंता का विषय बन गई तथा कई प्रवासी ऐसे भी थे जो घर वापस पहुंच भी नहीं पाए और जान से हाथ धो बैठे।
बिहार के स्वास्थ्य विभाग की चर्चा करते हुए उन्होंने पत्र में कहा, बिहार में एक माह से अचानक संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि एक नए खतरे का अंदेशा दे रही है। राज्य सरकार की कोरोना से लड़ने की व्यवस्था निंदनीय है। अस्पतालों में बदहाली का माहौल है, प्राथमिक उपलब्धियां जैसे कि पीपीई-किट का अत्यधिक अभाव है। डॉक्टरों के लिए उचित निर्देशन का भी प्रबंध नहीं है।
सांसद ने आगे लिखा है कि बिहार के प्रत्येक जिले से रोजाना आ रहे संक्रमितों के आंकड़े चिंता का विषय बने हुए हैं। ये बढ़ती संख्या पूरे राज्य के लिए खतरा है, साथ ही कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। मृतकों के शव के दाह संस्कार का भी उचित प्रबंध नहीं है।
उन्होंने पत्र में बिहार की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए राज्य का दौरा करने का आग्रह करते हुए कहा कि इस साल चुनाव है, लेकिन यदि जनता सुरक्षित ही नहीं रहेगी तो चुनाव का कोई औचित्य ही नहीं है।
Created On :   27 July 2020 8:01 PM IST