UGC नेट एग्जाम का प्रारूप बदला, 3 की जगह होंगे सिर्फ 2 पेपर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रोफेसर या जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए पात्रता परीक्षा "नेशनल इलिजिबिलिटी टेस्ट" के प्रारूप में बदलाव किया गया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन के निर्णय के अनुसार आगामी 8 जुलाई को होने वाली परीक्षा में 3 नहीं, बल्कि दो पेपर होंगे।
आनलाइन आवेदन 6 मार्च से भरे जा सकेंगे
देशभर में यूजीसी नेट का आयोजन 8 जुलाई 2018 को किया जाएगा। इसकी ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 6 मार्च से शुरू होगी। अभी तक यूजीसी नेट परीक्षा में 3 पेपर होते थे। पहला पेपर 100 अंकों का होता था। इसके बाद दूसरा पेपर 100 अंकों का होता था और तीसरा पेपर 150 अंकों का होता था। पहले और दूसरे पेपर में 50-50 प्रश्न और तीसरे पेपर में 75 प्रश्न पूछे जाते थे। अब यह पैटर्न नहीं चलेगा। यूजीसी ने पेपर की संख्या घटाकर दो कर दी है। ताजा जानकारी के मुताबिक अब पहला पेपर 100 अंकों का होगा, जिसमें 50 प्रश्न पूछे जाएंगे। दूसरा पेपर भी 100 अंकों का होगा, जिसमें 100 प्रश्न पूछे जाएंगे। एक फरवरी को नेट का नोटिफिकेशन जारी होगा। इसकी ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 6 मार्च से 5 अप्रैल तक चलेगी। इसी के साथ जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए भी उम्र सीमा दो वर्ष बढ़ाई गई है। 30 वर्ष तक की आयु वाले वर्ग को इसका लाभ मिलेगा।
-यूजीसी नेट (UGC) परीक्षा के आवेदन पत्र वेबसाइट पर जाकर भर सकेंगे।
-आवेदन पत्र मार्च और अप्रैल के महीने में जारी किए जाएंगे।
-अंतिम तारीख के बाद आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
-आधार कार्ड नेट 2018 परीक्षा के लिए अनिवार्य है।
यूजीसी के तहत सीबीएसई के द्वारा नेट (NET) परीक्षा का हर साल आयोजन किया जाता है। जिसके आधार पर जेआरएफ रिसर्च फेलोशिप और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए योग्य उम्मीदवारों को चुना जाता है। पिछले साल नेट (NET) परीक्षा का 81विषयों पर और 1700 परीक्षा केंद्रों में आयोजन किया गया था। यूजीसी नेट (UGC NET) परीक्षा लगभग 9 लाख प्रतिभागियों ने दी थी।
Created On :   29 Jan 2018 2:23 PM IST