36 दिन बाद नेवी ने खदान में 200 फीट नीचे से निकाला पहला शव, रेस्कयू ऑपरेशन जारी
- 13 दिसंबर 2018 से कोयला खदान में फंसे हैं 15 मजदूर
- एक माह से अधिक समय से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
- नेवी के गोताखोरों ने 210 फीट अंदर से निकाला पहला शव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मेघालय के पूर्वी जयंतिया जिले में स्थित अवैध कोयला खदान में फंसे 15 श्रमिकों को बचाने के लिए राहत का काम जारी है। एक महीने से अधिक समय से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान भारतीय नौसेना को एक मजदूर की डेड बॉडी मिली है। बताया जा रहा है कि डेड बॉडी खदान के 200 फीट अंदर मिली है। जिसके बाद से अंदर फंसे मजदूरों के बचने की उम्मीदें और कम नजर आ रही हैं। बता दें कि 13 दिसंबर से खनिकों को निकालने के लिए एनडीआरएफ, स्थानीय लोगों और नौसेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
#WATCH: Search operations underway in a mine at Ksan near Lyteiñ River in East Jaintia Hills for miners who are trapped since December 13. Today morning one body was recovered. (Visuals of Navy"s underwater remotely operated vehicle) #Meghalaya. pic.twitter.com/gg1NwtjFOY
— ANI (@ANI) January 17, 2019
नेवी की ओर से खदान में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर बयान जारी किया गया है। जिसके अनुसार भारतीय नेवी के गोताखोरों ने 200 फीट अंदर से एक शव को खोज निकाला है। इसके लिए सेना ने अंडरवॉटर आरओवी का उपयोग किया। आपको बता दें कि इससे पहले सबमरसिबल रोबॉटिक निरीक्षण में माहिर चेन्नई की एक कंपनी की टीम ने अपने छोटे रोबोट वाहनों का उपयोग करके पास की खाली पड़ी खदान से पानी के अंदर अपना खोज अभियान शुरू किया था।
Meghalaya: Operation continues to rescue the miners who have been trapped in a mine at Ksan near Lyteiñ River in East Jaintia Hills, one body has been recovered. The miners are trapped since 13th December. #meghalayaminers pic.twitter.com/trqWsHmzwc
— ANI (@ANI) January 17, 2019
आपको बता दें कि इस अवैध कोयला खदान में फंसे मजदूरों का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया था। कोर्ट ने कहा था कि वह मेघालय में 13 दिसंबर से अवैध कोयला खदान में फंसे 15 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अब तक उठाए गए कदमों से संतुष्ट नहीं है। कोर्ट ने इस मामले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि मेघालय में अवैध खदान में फंसे लोगों को निकालने के लिए शीघ्र, तत्काल एवं प्रभावी अभियान चलाने की जरूरत है।
Created On :   17 Jan 2019 10:52 AM IST