बिहार के नेताओं को नीतीश की चेतवानी, कहा- सांप्रदायिकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने नेताओं पर सांप्रदायिकता को लेकर दिए बयान से खासे नाराज चल रहे हैं। उन्होंने अपने सभी नेताओं को सख्त लहजे में कहा है कि सांप्रदायिकता को लेकर किसी भी तरह की गलतियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। बता दें कि पिछले दिनों केंद्रीय मंत्रियों ने बिहार के अलग-अलग इलाकों में हुई घटनाओं को लेकर बयान दिया था।
दरअसल सोमवार को पटना में नीतीश ने कहा था कि "उन्हें वोट की चिंता नहीं है, लेकिन वो वोट देने वालों की चिंता करते हैं। यह देश प्रेम, सहिष्णु और सद्भाव से आगे बढ़ेगा।" उन्होंने कहा कि हम गठबंधन में रहते हुए अल्पसंख्यकों से जुड़े मसलों पर कोई समझौता नहीं करेंगे। हम एलांयस में जरूर हैं, लेकिन अपनी शर्तों पर काम करते हैं। उनके इस बयान को केंद्रीय मंत्रियों गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे की बयानबाजी पर नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है।
गठबंधन खत्म करने के महज 2 महीने बाद सितंबर, 2013 में नीतीश ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (नेशनल कमिशन ऑफ माइनॉरिटीज) के एक कार्यक्रम में बोलते हुए चर्चित तौर पर कहा था, "हमें कभी टोपी लगानी पड़ेगी तो कभी तिलक भी लगाना पड़ेगा।
हालांकि बाद में नीतीश ने अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी लालू यादव के साथ सरकार बना ली थी। लेकिन पिछले साल जुलाई में उलटफेर करते हुए वो फिर बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में लौट आए। इन 4 वर्षों के दौरान नीतीश कुमार की पार्टी की 2014 के आम चुनाव में बुरी तरह हार हुई। हालांकि इसके अगले साल वो लालू के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाने में कामयाब रहे।
पिछले दिनों गिरिराज सिंह ने दरभंगा में एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ नारा लगाने के लिए लोगों को उकसाया और वीडियो वायरल होने के बाद ट्वीट भी किया। वहीं अश्विनी चौबे ने भागलपुर में दो समुदायों के बीच भड़की हिंसा और तनाव को लेकर बयान दिया था।
Created On :   21 March 2018 6:53 PM IST