पाक पीएम को भारत का करारा जवाब, कहा- पहले अपने अल्पसंख्यकों पर ध्यान दें

On His Barb Over Citizenship Law, India Gives Pakistan PM Imran Khan A Befitting Reply
पाक पीएम को भारत का करारा जवाब, कहा- पहले अपने अल्पसंख्यकों पर ध्यान दें
पाक पीएम को भारत का करारा जवाब, कहा- पहले अपने अल्पसंख्यकों पर ध्यान दें

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नागरिक संशोधन बिल को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की टिप्प्णी पर भा​रतीय विदेश मंत्रालय ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय प्रवक्ता रवीश कुमार ने पाक पीएम इमरान खान को दो टूक कहा कि पहले अपने अल्पसंख्यकों पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि हमें पता है कि मौजूदा सरकार ने सांविधानिक प्रावधानों के तहत अल्पसंख्यकों के सरकारों का पूरा ख्याल रखा है।

र​वीश कुमार ने कहा कि हमें नहीं लगता कि हमें पाकिस्तान पीएम के हर बयान का जवाब देना चाहिए। उनके सभी बयान अनुचित हैं, उन्हें भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने के बजाय पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए। 

 

 

बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर नागरिकता संशोधन विधेयक, 2019 का विरोध किया था। इससे पहले भी पाकिस्तान संसद द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाए जाने पर अपनी भड़ास निकाल चुका है। खान ने ट्वीट करते हुए मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधा था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा था कि मैं कड़े शब्दों में भारतीय लोकसभा के नागरिकता संशोधन विधेयक की निंदा करता हूं। यह न केवल अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का, बल्कि पाकिस्तान के साथ हुए द्वीपक्षीय समझौते का भी उल्लंघन करता है। यह आरएसएस के हिंदू राष्ट्र की योजना का हिस्सा है, जिस पर मोदी सरकार काम कर रही है।

इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए इस विधेयक का विरोध किया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा था कि यह विधेयक दोनों देशों की बीच हुए सभी समझौतों का पूरी तरह से उल्लंघन करती है। यह खासतौर से अल्पसंख्यकों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए चिंताजनक है।

बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने रद्द किया भारत दौरा

बता दें कि बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन को 13-14 दिसंबर को भारत दौरे पर आना था। उन्हें भारत में होने वाले इंडियन ओशन डायलॉग में शामिल होने के लिए दिल्ली आना था, लेकिन अब ये दौरा रद्द कर दिया है। उन्होंने गुरुवार सुबह ही नागरिकता संशोधन बिल पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया है।

बांग्लादेश से हमारा रिश्ता मजबूत

रवीश कुमार ने कहा कि अपना दौरा रद्द करने का स्पष्टीकरण वे दे चुके हैं। हमारे रिश्ते मजबूत हैं, जबकि दोनों देश के नेता भी कह चुके हैं कि हमारे रिश्तों का सुनहरा वक्त है। उन्होंने कहा कि यहां कुछ भ्रम दिखाई देता है। हमने समझाया है कि वर्तमान सरकार में धार्मिक उत्पीड़न नहीं हो रहा है। हमने भी स्वीकार किया है और हमें पता है कि वर्तमान बांग्लादेश सरकार में संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक अल्पसंख्यकों की चिंताओं को दूर करने के लिए कई कदम उठाए हैं। 

बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश विरोध कर रहे हैं, जिस पर भारत सरकार ने जवाब दिया है।

 

 

यात्रा रद्द करते हुए बांग्लादेशी विदेश मंत्री ने कहा था कि मुझे दिल्ली कुछ कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जाना था, लेकिन विदेश राज्यमंत्री और विदेश सचिव दोनों ही देश से बाहर हैं। इसलिए मुझे घर पर रहना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मैं जनवरी में इस बैठक को जरूर अटेंड करूंगा। बांग्लादेशी विदेश मंत्री बोले कि उनकी जगह बांग्लादेशी डीजी भारत जाएंगे।

उत्तर-पूर्वी राज्यों में  विरोध जारी

बता दें कि लोकसभा के बाद बुधवार को राज्यसभा में भी नागरिकता संशोधन विधेयक पास हो गया है। इसे लेकर कुछ लोग बेहद खुश हैं तो कुछ लोगों ने गहरी नाराजगी जताई है। स्थिति यह है कि उत्तर-पूर्व के कुछ इलाकों में काफी तनाव है। 

Created On :   12 Dec 2019 5:13 PM GMT

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