पाकिस्तानी महिला की नागपुर में छूटी ट्रेन , ग्रुप के साथ कर रही थी सफर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पाकिस्तान से भारत आई एक महिला नागपुर स्टेशन पर अपने ग्रुप से बिछड़ गई। रायपुर से नागपुर पहुंचने के बाद ट्रेन बदलने के दौरान यह वाकया हुआ । गश्त के दौरान आरपीएफ जवानों की नजर एक महिला पर पड़ी। महिला रोए जा रही थी। पूछताछ करने पर महिला उर्दू में कुछ बोल रही थी उसकी भाषा किसी को समझ नहीं आ रही थी इसलिए उसे थाने लाया गया। उर्दू के जानकार को बुलाकर बात कराई गई तो पता चला कि मूलत: पाकिस्तान की रहनेवाली वह महिला किसी संस्था के साथ 40 सदस्यों के साथ भारत आई है। नागपुर में उनकी ट्रेन छूट गई।
नागपुर से अमरावती के लिए बदलनी थी ट्रेन
मजरमला (लालकणा, पाकिस्तान) निवासी मीरा पति मिर्जा बागडी, उम्र (53) गुरुवार सुबह 6.30 बजे नागपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची और भटक गई। वह रोए जा रही थी। उपनिरीक्षक भूरासिंह बघेल तथा आरक्षक संजर खंडारे की नजर पड़ी तो उन्होंने महिला से रोने का कारण पूछा। महिला उर्दू में बात करने लगी। जवानों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। उसे थाने में लाकर सुरक्षा आयुक्त को जानकारी दी। उर्दू भाषा के जानकार को बुलाया गया। उसने बात की तो महिला ने बताया कि वह पाकिस्तान के सिंधी बागड़ी समाज के करीब 40-45 सेवकों के साथ भारत (रायपुर) आई थी। रायपुर से नागपुर आने के बाद यहां से उन्हें दूसरे ट्रेन से अमरावती के लिए रवाना होना था, लेकिन दिशाभ्रम होने से वह नागपुर स्टेशन पर भटक गई और इसी दौरान गाड़ी छूट गई थी।
आरपीएफ की मदद से महिला को ग्रुप से मिलवाया
आरपीएफ ने नागपुर शहर के सिंधी समाज के संस्थानों से संपर्क कर सदाकी दरबार संस्था, रायपुर के संबंध में जानकारी हासिल की। साथ उनसे संपर्क कर उपरोक्त वाकया के बारे में जानकारी देकर नागपुर थाने में आने को कहा गया। संस्था के सेवादारी पवन बच्चा बत्रा (34) निवासी जरीपटका थाने में आए। उन्होंने महिला से सिंधी भाषा में बातचीत की तथा महिला के पास रखे परिचय पत्र व अन्य दस्तावेज की जांच कर संबंधित ग्रुप के कार्यालय से संपर्क किया। कार्यालय द्वारा महिला के पहचान की पुष्टि हुई। इसके बाद सेवक ने महिला को साथ ले जाने का निवेदन किया। महिला को सेवक के साथ भेजा गया।
Created On :   23 March 2018 11:36 AM IST