पैटरनिटी लीव बिल की पेशकश, 32 करोड़ से ज्यादा पुरुषों को होगा फायदा

डिजिटल डस्क,नई दिल्ली। मां बनना एक बेहद अहम बदलाव के साथ-साथ एक बड़ी जिम्मेदारी है, ठीक वैसे ही पिता बनना भी एक अहम जिम्मेदारी है। इसी जिम्मेदारी को समझते हुए एक बिल तैयार किया गया है, जिसमें मैटरनिटी लीव की तरह सभी क्षेत्रों के कर्मचारियों को पैटरनिटी लीव देने की पेशकश की गई है। चाहे वो असंगठित क्षेत्र के कर्मचारी ही क्यों न हों।
गौरतलब है कि इस साल के शुरू में लोकसभा ने एक संशोधन विधेयक को पास किया है, जिसमें कामकाजी महिलाओं के पहले दो बच्चों के लिए 12 हफ्ते के मैटरनिटी लीव को बढ़ा कर 26 हफ्ते किया गया था। इस पर चर्चा के दौरान सदस्यों ने कहा था कि इस कानून में कमी है, क्योंकि इसमें पैटरनिटी लीव का कोई प्रस्ताव नहीं है।
अब पैटरनिटी बेनिफिट बिल-2017 पर संसद के अगले सत्र में विचार किया जा सकता है। इस बिल में नवजात के माता-पिता दोनों को समान लाभ देने का प्रस्ताव रखा गया है। कांग्रेस सांसद राजीव सातव ने अपने बिल में कहा है कि बच्चे की देखभाल माता-पिता दोनों की जिम्मेदारी है।
इसलिए पिता को भी नवजात की देखभाल के लिए उचित समय मिलना चाहिए। सांसद ने कहा प्रस्तावित बिल से निजी और असंगठित क्षेत्र के 32 करोड़ से ज्यादा पुरुषों को फायदा होगा। मौजूदा समय में ऑल इंडिया एंड सेंट्रल सिविल सर्विसेज कानून के तहत केंद्रीय कर्मचारियों को 15 दिनों की पैटर्निटी लीव मिलती है।
कई कॉरपोरेट दफ्तर भी अपने कर्मचारियों को ये सुविधा देते हैं। सांसद ने कहा कि इस बिल से न केवल छुट्टी की अवधि बढ़ेगी, बल्कि सभी क्षेत्र के कामगारों को पैटरनिटी लीव का फायदा मिलेगा।

Created On :   18 Sept 2017 10:37 AM IST