मन की बात: मोदी ने की देशवासियों से इकोफ्रेंडली गणेशोत्सव मनाने की अपील
- पीएम मोदी ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के लिए इंसान खुद जिम्मेदार है।
- पीएम मोदी ने कहा कि सभी लोग इस गणेशोत्सव पर इकोफ्रेंडली गणेश बनाएं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के 46वां संस्करण में देश की जनता को संबोधित किया। संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि सभी लोग इस गणेशउत्सव पर इकोफ्रेंडली गणेश बनाए। प्रधानमंत्री ने देश के प्रिय कवि नीरज जी के देहांत पर उन्हें आदरपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि आशा, भरोसा, दृढसंकल्प, स्वयं पर विश्वास, नीरज जी की विशेषता रही थी। पीएम मोदी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के लिए इंसान खुद जिम्मेदार है।
Recently, famous poet Neeraj ji passed away. He always exuded hope, faith, resolve confidence. We can draw a lot of inspiration from him: PM Modi in #MannkiBaat pic.twitter.com/9v4q92Tvyi
— ANI (@ANI) July 29, 2018
पीएम मोदी ने महापुरूषों को लेकर कहा कि चन्द्रशेखर आजाद और लोकमान्य तिलक ने देश पर गहरी छाप छोड़ी। हम 23 जुलाई, को चन्द्रशेखर आजाद और तिलक जी की जयंती और 01 अगस्त, को उनकी पुण्यतिथि पर उनका पुण्य स्मरण करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जुलाई के महीना में युवा अपने जीवन के उस नये चरण में क़दम रखते हैं। छात्रों का ध्यान घर से हॉस्टल पर चला जाता है। छात्र परिजनों की छाया से प्रोफेसर्स की छाया में आ जाते हैं। मुझे पूरा यकीन है कि मेरे युवा-मित्र कॉलेज जीवन की शुरुआत को लेकर काफी उत्साही और खुश होंगे।
There are many examples, Prince Kumar,Delhi whose father is a DTC bus driver, Abhay Gupta,Kolkata who studied under street lights or Afreen Sheikh,Ahmedabad whose father is an auto driver, all of them with their strong will determination overcame hurdles achieved success: PM pic.twitter.com/lSbdLAvz0V
— ANI (@ANI) July 29, 2018
पीएम मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश के अत्यंत गरीब परिवार के आशाराम चौधरी ने जीवन की मुश्किल चुनौतियों को पार करते हुए सफलता हासिल की है। उन्होंने जोधपुर AIIMS की MBBS की परीक्षा में अपने पहले ही प्रयास में सफ़लता पाई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अनेक छात्रों ने विपरीत परिस्थियों के बावजूद अपनी मेहनत और लगन से कुछ ऐसा कर दिखाया है, जो हमें प्रेरणा देता है। चाहे वो दिल्ली के प्रिंस कुमार हों, जिनके पिता डीटीसी में बस चालक हैं या फिर कोलकाता के अभय गुप्ता जिन्होंने स्ट्रीट लाइट्स के नीचे पढ़ाई की। सभी समाज को प्रेरणा देते हैं।
When I visited San Jose (US), I appealed to Indian youth there to find ways to help India through technology.Two IT professionals from Raebareli accepted challenge,developed a SmartGaon App,with this villagers can get all information on their mobiles phones: PM Modi #MannKiBaat pic.twitter.com/kUaBHgSSGP
— ANI (@ANI) July 29, 2018
I cam across news of a student Asharam Chowdhary from Madhya Pradesh belonging to an extremely poor family. He cleared exam in the first attempt to get admission in MBBS at Jodhpur AIIMS. His father is a rag-picker. I congratulate him on his success: PM Modi #MannKiBaat pic.twitter.com/QMeYvtjpEF
— ANI (@ANI) July 29, 2018
मन की बात कार्यक्रम के कुछ अंश
- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से इस वर्ष भी गणेश उत्सव को धूमधाम से मनाने और eco friendly रूप से मनाने की अपील की।
- पिछले दिनों वैसे ही एक प्राकृतिक आपदा की घटना ने पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित किया, मानव-मन को झकझोर दिया। थाईलैंड में 12 किशोर फुटबॉल खिलाड़ियों की टीम और उनके कोच घूमने के लिए गुफा में गए थे। अचानक भारी बारिश के कारण गुफ़ा के द्वार के पास काफी पानी जम गया। उनके बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया। बच्चे 18दिन तक गुफा में रहे। आप कल्पना कर सकते हैं किशोर अवस्था में सामने जब मौत दिखती हो और पल-पल गुजारनी पड़ती है। पूरा विश्व इस बात पर आश्चर्यचकित है कि इतनी कठिन परिस्थितियों के बावज़ूद पानी से भरी एक अंधेरी गुफ़ा में इतनी बहादुरी और धैर्य के साथ उन्होंने अपनी उम्मीद नहीं छोड़ी। थाईलैंड का घटनाक्रम यह दिखाता है कि जब मानवता एक साथ आती है, तबअदभुत चीज़ें होती हैं। बस ज़रूरत इस बात की होती है कि हम शांत और स्थिर मन से अपने लक्ष्य पर ध्यान दें, उसके लिए काम करते रहें।
- जुलाई के महीने में लाखों युवा स्कूल से निकल करके colleges में जाते हैं। अगर फरवरी और मार्च exams, papers, answers में जाता है तो अप्रैल और मई छुट्टियों में मौज़मस्ती करने के साथ-साथ results, जीवन में आगे की दिशाएँ तय करने, carrier choice इसी में खप जाता है। पुराने दोस्त, बचपन के दोस्त मूल्यवान होते हैं, लेकिन नये दोस्त चुनना, बनाना और बनाए रखना, यह अपने आप में एक बहुत बड़ी समझदारी का काम होता है . कुछ नया सीखें, जैसे नयी-नयी skills, नई-नई भाषाएं सीखें।
- मध्यप्रदेश के एक अत्यंत ग़रीब परिवार से जुड़े एक छात्र आशाराम चौधरी ने जीवन की मुश्किल चुनौतियों को पार करते हुए सफ़लता हासिल की है। उन्होंने जोधपुर AIIMS की MBBS की परीक्षा में अपने पहले ही प्रयास में सफ़लता पायी है. मैं उनकी इस सफ़लता के लिए उन्हें बधाई देता हूं। अनेक छात्रों ने, जो गरीब परिवार से हैं, विपरीत परिस्थियों के बावज़ूद अपनी मेहनत और लगन से कुछ ऐसा कर दिखाया है, जो हमें प्रेरणा देता है.चाहे वो दिल्ली के प्रिंस कुमार हों, जिनके पिता DTC में बस चालक हैं या फिर कोलकाता के अभय गुप्ता जिन्होंने street lights के नीचे पढ़ाई की।
- एक बार अमेरिका के San Jose शहर में , जिसे Technology Hub के रूप में जाना जाता है, मैं भारतीय युवाओं के साथ चर्चा कर रहा था कि वो भारत के लिए अपने talent को कैसे use कर सकते हैं, ये सोचें और समय निकाल कर के कुछ करें।
- मैंने Brain-Drain को Brain-Gain में बदलने की अपील की थी। रायबरेली के दो IT Professionals, योगेश साहू जी और रजनीश बाजपेयी जी ने मेरी इस चुनौती को स्वीकार करते हुए एक अभिनव प्रयास किया।
- अपने professional skills का उपयोग करते हुए योगेश जी और रजनीश जी ने मिलकर एक SmartGaon App तैयार किया है। ये App न केवल गाँव के लोगों को पूरी दुनिया से जोड़ रहा है बल्कि अब वे कोई भी जानकारी और सूचना स्वयं खुद के मोबाइल पर ही प्राप्त कर सकते हैं।
- पंढरपुर वारी एक अद्भुत यात्रा है। आषाढ़ी एकादशी जो इस बार 23 जुलाई, को थी उस दिन को पंढरपुर वारी की भव्य परिणिति के रूप में भी मनाया जाता है। पंढरपुर महाराष्ट्र के सोलापुर जिले का एक पवित्र शहर है। आषाढ़ी एकादशी के लगभग 15-20 दिन पहले से ही वारकरी यानी तीर्थयात्री पालकियों के साथ पंढरपुर की यात्रा के लिए पैदल निकलते हैं. इस वारी (यात्रा) में लाखों की संख्या में वारकरी शामिल होते हैं। संत ज्ञानेश्वर और संत तुकाराम जैसे महान संतों की पादुका, पालकी में रखकर विट्ठल-विट्ठल गाते, नाचते, बजाते यात्री पैदल पंढरपुर की ओर चल पड़ते हैं। यह वारी शिक्षा, संस्कार और श्रद्धा की त्रिवेणी है।
"मन की बात" कार्यक्रम के लिए देश भर से लोग अपने सुझाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से साझा करते हैं। चुने हुए कुछ विचारों को कार्यक्रम में शामिल किया जाता है। 43वें संस्करण में पीएम मोदी ने युवाओं के लिए "स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2018" कार्यक्रम को लॉन्च किया था। साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सराहा था। इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने खेल और योग से जुड़ी बातों की चर्चा की थी। उन्होंने इंडिया और अफगानिस्तान की क्रिकेट टीमों को बधाई देते हुए कहा था कि हम आगे भी इसी तरह एक-दूसरे के साथ पूरे स्पोर्ट्समैन स्पिरिट के साथ खेलेंगे।
इससे पहले 42वें संस्करण में पीएम मोदी ने किसानों से लेकर लोगों के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर अपनी बात रखी। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में कई ऐसे लोगों का उल्लेख किया, जिन्होंने समाज में अपना योगदान कुछ अलग काम करके दिया है। उन्होंने कानपुर के डॉक्टर से लेकर असम के रिक्शा चालक का जिक्र किया जिनके सरोकार से समाज को फायदा पहुंच रहा है।
Created On :   29 July 2018 9:00 AM IST