'मोदी का '56 इंच का सीना' सिर्फ कागजी, 70 सालों में सबसे कमजोर सरकार'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के सीनियर लीडर गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "56 इंच के सीने" को कागजी बताते हुए इसे टीवी पर दिखने वाली सरकार बताया है। वाराणसी में मीडिया से बात करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि "नरेंद्र मोदी का 56 इंच का सीना सिर्फ कागजी है। मोदी सरकार में जम्मू-कश्मीर में जितने हमले हुए उतने कभी नहीं हुए। इससे कमजोर सरकार 70 साल में नहीं देखी है।" बता दें कि आजाद ने ये बातें जम्मू-कश्मीर में हो रहे आतंकी हमलों के मद्देनजर कही।
70 सालों में सबसे कमजोर सरकार
कांग्रेस के सीनियर लीडर गुलाम नबी आजाद में सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि "मोदी सरकार में जम्मू-कश्मीर में जितने हमले हुए, उतने हमले पहले की सरकारों में नहीं हुआ करते थे। मैंने पिछले 70 सालों के इतिहास में इससे कमजोर सरकार नहीं देखी है।" उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि "प्रधानमंत्री मोदी का 56 इंच का सीना झूठा और कागजी है। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन की सरकार में ज्यादा आतंकी हमले हो रहे हैं।"
भागवत जी की सेना की जरूरत नहीं
इसके साथ ही गुलाम नबी आजाद ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत के बयान पर कहा कि "हमारी सेना कमजोर नहीं है। ये वही सेना है जिसने पहले पाकिस्तान के तीन हमलों का करारा जवाब दिया है। कमी अगर किसी में है तो वो सरकार में है और भागवत जी की सेना की देश को कोई जरूरत नहीं है।" हालांकि आजाद ने ये भी कहा कि "मोहन भागवत को प्रधानमंत्री जी को समझाना चाहिए कि वो लोगों को बचाएं। अगर उन्हें सीमा पर जाना हैं तो जाएं, उन्हें रोका किसने हैं? हम भी उनके साथ चलने के लिए तैयार हैं।" बता दें कि मुजफ्फरपुर में मोहन भागवत ने कहा था कि "अगर जरूरत पड़ी तो देश के लिए लड़ने के लिए आरएसएस 3 दिनों के अंदर अपनी सेना तैयार कर सकती है।"
टेलीविजन पर देखती है मोदी सरकार
इसके आगे कांग्रेस लीडर ने कहा कि "बीजेपी सरकार सिर्फ टेलीविजन पर दिखने वाली सरकार है और इनका जमीनी स्तर पर जनता से कोई लेना-देना नहीं है। मोदी सरकार के दौरान देश में बेरोजगारी और महंगाई अपने चरम पर है। किसानों और युवाओं से किए गए वादे पूरे करने में मोदी सरकार नाकाम रही है।" उन्होंने योगी सरकार पर भी हमला करते हुए कहा कि "उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में दलित, अल्पसंख्यक और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।"
कश्मीर में 3 दिन में दो आतंकी हमले
जम्मू-कश्मीर में बीते 3 दिनों में दो आतंकी हमले हो चुके हैं। पहला हमला 10 फरवरी को जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप में हुआ था, जिसमें 6 जवान शहीद हो गए थे, जबकि एक सिविलियन की भी मौत हो गई थी। वहीं दूसरा हमला 12 फरवरी को श्रीनगर के सीआरपीएफ कैंप पर हुआ, जिसमें एक जवान शहीद हो गया था। बता दें कि इन दोनों ही हमलों की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली है।
Created On :   13 Feb 2018 11:13 AM IST