राफेल डील: रक्षा मंत्री आज कर सकती हैं राफेल प्लांट का दौरा, डसॉल्ट ने पेश की सफाई
- डसॉल्ट के सीईओ एरिक ट्रैफियर ने पेश की सफाई
- रिलायंस के साथ मिलकर नागपुर में प्लांट डालेगी डसॉल्ट
- रिलायंस के साथ लंबी साझेदारी चाहती है डसॉल्ट: ट्रैफियर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फ्रांस के दौरे पर गईं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण आज (शुक्रवार) राफेल के प्लांट का दौरा कर सकती हैं। इस बीच डसॉल्ट के सीईओ एरिक ट्रैफियर ने डील पर सफाई पेश की है। उन्होंने कहा कि अनिल अंबानी की कंपनी के साथ करार सभी नियमों का पालन करते हुए ही किया गया है। बता दें कि फ्रेंच वेबसाइट ने राफेल डील पर नया खुलासा किया था, जिसके बाद विपक्ष ने सरकार का घेराव किया था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था। राहुल ने पीएम को भ्रष्ट बताया था।
डसॉल्ट के सीईओ एरिक ट्रैफियर ने कहा कि रिलायंस से राफेल डील का समझौता भारत के कानून के तहत ही किया गया है। ये फैसला डसॉल्ट कंपनी ने लिया था। रिलायंस के साथ मिलकर डसॉल्ट ने नागपुर में प्लांट बनाने का फैसला किया है। ट्रैफियर ने कहा कि अंग्रेजी के शब्द OFFSET को फ्रेंच में COMPENSATION कहा जाता है। उन्होंने कहा कि हम 100 से ज्यादा कंपनियों से बातचीत कर रहे हैं। 30 कंपनियों के साथ हम अब तक साझेदारी भी कर चुके हैं। रिलायंस के साथ डील करने और सरकारी कंपनी HAL को न चुनने पर ट्रैफियन ने कहा कि डसॉल्ट रिलायंस के साथ मिलकर लंबी साझेदारी करना चाहता था।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर राफेल डील पर मोदी सरकार को घेरा था। राहुल ने पीएम मोदी को भ्रष्टाचारी कहा था और इस्तीफे की मांग भी की थी। राहुल ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि मैं देश के युवाओं स्पष्ट करना चाहता हूं कि हमारे देश का प्रधानमंत्री भ्रष्ट है। राहुल ने आरोप लगाया कि ये सीधे तौर पर भ्रष्टाचार का मामला है, जहां पीएम ने 30 हजार करोड़ रुपए अनिल अंबानी की जेब में डाले।
Controversies are always unfortunate but we remain calm. The cooperation between Dassault and India, which has existed for 65 years, has been given fresh impetus by Make in India and we are proud to be able to contribute to it: Dassault CEO in an interview to AFP on #RafaleDeal pic.twitter.com/vMAtRUjJ1v
— ANI (@ANI) October 12, 2018
राहुल गांधी ने ये भी सवाल पूछा था कि आखिर ऐसी कौन सी इमरजेंसी आ गई जो अचानक रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को फ्रांस जाना पड़ा। ये साफ बताता है कि भ्रष्टाचार हुआ है। राहुल ने कहा था कि देश में मुख्य मुद्दा भ्रष्टाचार है। आरोप है कि सब नरेंद्र मोदी के सामने हुआ और वो चुप हैं। राहुल की प्रेस कांफ्रेंस के बाद बीजेपी ने उनपर जमकर हमला बोला था। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि राहुल गांधी ने फिर झूठ के सहारे प्रेस कांफ्रेंस की। राहुल ने जिस झूठ के सहारे अपनी इमारत बनाने की कोशिश की। वह संभव नहीं है।
Created On :   12 Oct 2018 10:48 AM IST