राजनाथ ने रूस की यात्रा से पहले एलएसी मुद्दे पर सीडीएस व सैन्य प्रमुखों की बैठक ली

Rajnath held a meeting of CDS and military chiefs on LAC issue before his visit to Russia
राजनाथ ने रूस की यात्रा से पहले एलएसी मुद्दे पर सीडीएस व सैन्य प्रमुखों की बैठक ली
राजनाथ ने रूस की यात्रा से पहले एलएसी मुद्दे पर सीडीएस व सैन्य प्रमुखों की बैठक ली

नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ लद्दाख में हालात पर उच्च स्तरीय बैठक की। पिछले सप्ताह दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद व्याप्त तनाव के बीच यह बैठक की गई।

अपने निवास पर आधे घंटे की चर्चा में सिंह ने लद्दाख में चल रही स्थिति के मद्देनजर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हाल में पनपे हालातों के बाद किसी भी अभूतपूर्व कार्रवाई करने के लिए सीडीएस और तीनों सेना प्रमुखों को पूरी तरह से तैयार रहने को कहा है। यह पता चला है कि सेना को रक्षा मंत्री ने गश्त ड्यूटी के दौरान बहुत सतर्क रहने और चीन के साथ सीमा पर कड़ी चौकसी बढ़ाने की सलाह दी है।

बैठक के दौरान सेनाओं को जमीन से लेकर समुद्री मार्ग पर भी उचित निगरानी रखने के लिए कहा गया है। मंत्री ने कुछ महत्वपूर्ण रक्षा सौदों पर भी चर्चा की, जिनके रूस की यात्रा के दौरान परवान चढ़ने की उम्मीद है। सिंह की बैठक 24 जून को रूस की उनकी यात्रा से पहले हुई, जहां वे द्वितीय विश्व युद्ध में रूस की जीत की 75वीं वर्षगांठ पर मास्को में आयोजित विजय दिवस सैन्य परेड का हिस्सा बनेंगे।

तीनों सेनाओं की 75 सदस्यीय भारतीय सैन्य टुकड़ी पहले ही रूसी टुकड़ी और अन्य आमंत्रित सैन्य टुकड़ियों के साथ विजय परेड में भाग लेने के लिए मास्को पहुंच चुकी है। विजय दिवस परेड में हिस्सा लेने वाली टुकड़ी का नेतृत्व वीर सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट के एक मेजर रैंक के अधिकारी द्वारा किया जाएगा। यह रेजिमेंट द्वितीय विश्व युद्ध में वीरता के साथ लड़ी थी और इसे वीरता पुरस्कारों में चार युद्ध सम्मान और दो सैन्य क्रॉस अर्जित करने का गौरव प्राप्त है।

रक्षा मंत्री की यात्रा से भारत और रूस के बीच लंबे समय से चली आ रही विशेष रणनीतिक साझेदारी को बल मिलेगा।

पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी पर चीन की संप्रभुता के चीन के दावे को भारत की मजबूत अस्वीकृति के एक दिन बाद यह बैठक आयोजित की गई। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने 15 जून की रात भारतीय जवानों पर बर्बरतापूर्ण हमला किया था, जिसमें देश के 20 जवानों ने शहादत दी है। विदेश मंत्रालय ने चीन के दावे का मजबूती से खंडन किया है और गलवान घाटी पर हमेशा की तरह अपनी संप्रुभता बनाए रखने की बात कही है।

Created On :   21 Jun 2020 12:02 PM GMT

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