राकेश सिंह बने MP बीजेपी के नए अध्यक्ष, राजस्थान में भी प्रदेश प्रमुख का इस्तीफा
धर्मेंद्र पैगवार, भोपाल। जबलपुर सांसद राकेश सिंह मध्य प्रदेश बीजेपी के नए अध्यक्ष बन गए हैं। राकेश सिंह ने नंदकुमार सिंह चौहान की जगह ली है। बीजेपी ने अपने नए अध्यक्ष की ताजपोशी के लिए अक्षय तृतीया का दिन चुना है। आज दोपहर में इसकी आधिकारिक घोषणा हुई। राकेश सिंह जबलपुर से सांसद हैं। राकेश सिंह पर दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को चौथी बार सत्ता में वापस लाने की बड़ी जिम्मेदारी है। वहीं राजस्थान में भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परमाणी ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति का सदस्य बनाया गया है। एक-दो दिन में ही पार्टी परणामी के इस्तीफे और नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकती है। आंध्र प्रदेश से भी खबर है कि वहां पार्टी अध्यक्ष हरि बाबू ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल यहां भी कोई नियुक्ति नहीं हुई है।
आज मध्यप्रदेश भाजपा कार्यालय में @BJP4MP अध्यक्ष के पद पर जबलपुर के सांसद श्री @MPRakeshSingh ने पदभार ग्रहण किया।इस पदभार ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj,खंडवा सांसद श्री @NandKumarSinghC व प्रदेश संगठन महामंत्री श्री @SuhasBhagatBJP व कार्यकर्ता मौजूद रहे। pic.twitter.com/aAKeTzShL4
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) April 18, 2018
मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता को #प्रदेशअध्यक्ष जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। उसके लिए राष्ट्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व का आभारी हूँ। मध्यप्रदेश संगठन मनीषियों की कर्मभूमि है। जिसके कारण पूरे देश में... https://t.co/KvylygNZcI
— Rakesh Singh (@MPRakeshSingh) April 18, 2018
लंबे समय से मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष का चेहरा बदलने की सुगबुगाहट चल रही है। आखिरी दौर में मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम फाइनल होता भी दिखा, लेकिन आखिरकार सीएम शिवराज सिंह चौहान आलाकमान के सामने राकेश सिंह को अपनी पसंद के तौर पर रखने में सफल हो ही गए। मंगलवार को ही सीएम ने खरगौन के भीकनगांव में नंदकुमार सिंह चौहान की सम्मानजनक विदाई के संकेत दे दिए थे।
सीएम चाहते थे तोमर फिर बनें अध्यक्ष
2008 और 2013 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को सत्ता दिलाने वाले नरेंद्र सिंह तोमर ही इस बार भी शिवराज की पहली पसंद थे, लेकिन तोमर दिल्ली से केंद्रीय मंत्री का पद छोड़कर प्रदेश में वापस नहीं आना चाहते थे, लिहाजा नरोत्तम मिश्रा का नाम इस रेस में तेजी से उछला और करीब-करीब फाइनल भी हो चुका था। इस बीच सीएम ने अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाले मंत्री लाल सिंह आर्य का नाम भी चलाया, लेकिन 2 अप्रैल को बने हालात के बाद स्थितियां तेजी से बदलीं और सीएम ने दिल्ली आलाकमान और नागपुर में मोहन भागवत से भी मुलाकात की। जिसके बाद मंगलवार रात से जबलपुर सांसद राकेश सिंह का अचानक सामने आया।
विजयवर्गीय की संभावना पर भी फिरा पानी
मध्य प्रदेश की सियासत में कैलाश विजयवर्गीय का कद किसी से छिपा नहीं है। शिवराज और कैलाश पुराने मित्र भी हैं, लेकिन बीते समय में दोनों नेताओं के बीच तनातनी उजागर होती रही है। यही वजह है कि विजयवर्गीय को कमान सौंपकर आलाकमान नहीं चाहता था कि सीएम और अध्यक्ष में तल्खी रहे।
कौन हैं राकेश सिंह ?
राकेश सिंह 2004 से जबलपुर संसदीय सीट से सांसद हैं। 2014 में वो तीसरी बार लोकसभा पहुंचे हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने विवेक तनखा को शिकस्त दी थी।
Created On :   18 April 2018 8:59 AM IST