शरणार्थी पुनर्वास : पुलिस की गोलीबारी में त्रिपुरा के व्यक्ति की मौत

Refugee resettlement: Tripuras man killed in police firing
शरणार्थी पुनर्वास : पुलिस की गोलीबारी में त्रिपुरा के व्यक्ति की मौत
शरणार्थी पुनर्वास : पुलिस की गोलीबारी में त्रिपुरा के व्यक्ति की मौत
हाईलाइट
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अगरतला, 21 नवंबर (आईएएनएस)। त्रिपुरा में शनिवार को विरोध प्रदर्शन कर रही एक उग्र भीड़ पर पुलिस की ओर से की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए।

त्रिपुरा में ब्रू शरणार्थियों को स्थायी रूप से बसाने की सरकार की योजना का विरोध किया जा रहा है। उत्तरी त्रिपुरा जिले के डोलुबरी गांव में मिजोरम से आकर बसे ब्रू शरणार्थियों के पुनर्वास की योजना के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं।

दरअसल, ब्रू जनजाति का विवाद दशकों पुराना है। इस समुदाय से संबंध रखने वाले लोग पड़ोसी राज्य मिजोरम के रहने वाले हैं। ब्रू आदिवासी समुदाय के लोग अपने राज्य में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद त्रिपुरा में पिछले 22 सालों से शरण लिए हुए हैं।

अब केंद्र सरकार ने मिजोरम के इन आदिवासी शरणार्थियों की लंबे समय से चली आ रही समस्या को समाप्त करके इन्हें स्थायी रूप से त्रिपुरा में बसाने का फैसला किया है, जिसका त्रिपुरा में विरोध हो रहा है।

पुलिस ने कहा कि उत्तरी त्रिपुरा जिले के पनीसागर में सुरक्षा बलों पर हमला किया गया, जिसके बाद पुलिस को आंदोलनकारी भीड़ पर गोलियां चलानी पड़ीं। पुलिस ने बताया कि इस गोलीबारी में 45 वर्षीय श्रीकांत दास की मौत हो गई जबकि पांच अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर आईएएनएस को बताया, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवानों की बड़ी टुकड़ी को विस्फोटक स्थिति से निपटने के लिए पनीसागर और कंचनपुर उप-डिवीजनों (उत्तरी त्रिपुरा जिला) में जुटाया गया है।

उत्तरी त्रिपुरा के कंचनपुर उप-मंडल में शनिवार को छठे दिन सामान्य जनजीवन चरमराया हुआ है। संयुक्त आंदोलन समिति के नेतृत्व में राज्य में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। लोग त्रिपुरा और केंद्र सरकार के उस फैसले का विरोध कर रहे हैं, जिसमें 1997 में शरण लेने वाले 35,000 शरणार्थियों के पुनर्वास की बात कही गई है।

राज्य प्रशासन ने उग्र स्थिति को कम करने और प्रदर्शनकारियों के साथ किसी भी तरह की बातचीत करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।

एकेके/एएनएम

Created On :   21 Nov 2020 6:30 PM IST

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