कांग्रेस को मिला सुप्रीम कोर्ट से झटका, VVPAT से वोट मिलान की याचिका खारिज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव के एक्जिट पोल के दावों के बीच कांग्रेस को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से एक और झटका मिला है। दरअसल कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में (VVPAT) यानी वोटर वेरिएबल पेपर ट्रेल की 25 प्रतिशत पर्चियों की वोटों से मिलान करने की मांग करते हुए याचिका लगाई थी। लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। अर्जी खारिज करते हुए कोर्ट ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में दखल नहीं दिया जा सकता।
सिंघवी और सिब्बल ने रखा पक्ष
कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट को इस संबंध में चुनाव आयोग को आदेशित करने की मांग की थी। कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने इस मामले में अपना पक्ष रखा।
100 से ज्यादा शिकायते
दरअसल, ईवीएम गड़बड़ी के मामले को लेकर विपक्षी हमेशा से ही सवाल उठाते रहे है। गुजरात में 9 दिसंबर में हुई पहले चरण की वोटिंग में EVM और VVPAT से जुड़ी करीब 100 शिकायते आई थी। पोरबंदर में तो कांग्रेस ने ईवीएम के ब्लूटूथ से कनेक्ट करने की भी शिकायत चुनाव आयोग से की थी। हालांकि चुनाव आयोग ने बाद में इस शिकायत को खारिज कर दिया था।
यूपी चुनाव में भी उठा था मुद्दा
इससे पहले यूपी चुनाव में बीजेपी की हुई एकतरफा जीत को लेकर भी विपक्षी दलों ने ईवीएम का मुद्दा उठाया था, और हार का पूरा ठीकरा ईवीएम पर फोड़ा था। आम आदमी पार्टी ने तो यहां तक दावा किया था कि ईवीएम को आसानी से हैक किया जा सकता है। हालांकि चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था।
कांग्रेस का निशाना
कांग्रेस ने खराब ईवीएम मशीनों को लेकर इलेक्शन कमीशन पर भी निशाना साधा था। कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी और गुजरात के प्रभारी अशोक गहलोत ने कहा था कि जगह-जगह ईवीएम मशीन के खराब होने की बात हम तक आ रही है। हमने इलेक्शन कमीशन से शिकायत भी की थी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की बुनियाद ही देश के चुनाव हैं। जनता ही माई-बाप है और वही तय करती है कि कौन जीतेगा। अगर चुनाव में ही उसके साथ धोखाधड़ी होती है, तो लोकतंत्र की नींव कमजोर होती है। पूरे देश में पता नहीं क्यों एक आशंका पैदा हो गई है कि ईवीएम मशीनों में कुछ गड़बड़ की जा सकती है।
Created On :   15 Dec 2017 3:55 PM IST