फर्जी वोटर मामला : ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उठाए EC की जांच पर सवाल
- जांच पर सिंधिया ने जाताया आश्चर्य। कहा दोबारा हो जांच।
- ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उठाए जांच पर सवाल।
- सिंधिया के अनुसार यह प्रदेश प्रशासन की मानसिकता को दर्शाता है।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में 60 लाख कथित फर्जी वोटर कार्ड जारी करने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा की गयी मामले की जांच पड़ताल पर सवाल उठाते हुए, आयोग से दोबारा जांच कराने का आग्रह किया है।
सिंधिया ने जताया आश्चर्य
कांग्रेस के गुना क्षेत्र से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव आयोग पर की जांच पर सवाल उठा दिए और आयोग से दोबारा निष्पक्ष जांच कराए जाने का अनुरोध किया है। सिंधिया ने कहा कि उन्हें हैरत है कि कैसे चुनाव आयोग की टीम ने भोपाल पहुंचकर इतने गंभीर मामले की जांच को दो दिनों में खत्म कर दिया। इससे पहले भी सिंधिया ने प्रेस कांफ्रेंस में कमलनाथ के साथ मिलकर भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा था की यह प्रदेश प्रशासन कि मानसिकता को दर्शाता है।
I"m surprised EC sent a team to Bhopal,which solved this within 2-3 days on basis of sample selection. It"s EC"s duty to ensure fair election.I request them not to take this lightlyprobe thoroughly: J Scindia on EC rejects Congress" allegations of discrepancies in MP voters list pic.twitter.com/BB8CR3U9TW
— ANI (@ANI) June 11, 2018
चुनाव आयोग ने जांच के बाद कांग्रेस के भाजपा पर लगाए सभी आरोपों को नकार दिया है। कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए चुनाव आयोग ने कहा था कि जांच में हमें कुछ भी असामान्य नहीं मिला है।
क्या थे आरोप
बीते फरवरी माह में कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह ने दिल्ली स्थित पार्टी दफ्तर में एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। कांफ्रेंस में कांग्रेस के इन नेताओं ने भारतीय जानता पार्टी के प्रशासनिक अधिकारियों पर 60 लाख फर्जी वोटर कार्ड जारी कर आने वाले चुनाव को प्रभावित करने आरोप लगाए थे।
अपने आरोप में कांग्रेस ने कहा था कि मध्यप्रदेश में अधिकारियों ने भाजपा के पक्ष में मतदान करने की दृष्टि से 60 लाख फर्जी वोटर बना दिए हैं। पार्टी ने इस आरोप पर चुनाव आयोग से मतदाताओं की सूची की जांच कराने का अनुरोध किया। साथ ही कांग्रेस ने आयोग से उक्त अधिकारियों के खिलाफ भी जांच की मांग की जो इस सूची फर्जीवाड़े में लिप्त हैं।
कमलनाथ के अनुसार बीते सालों में मध्यप्रदेश की जनसंख्या में 24 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन वोटर लिस्ट के हिसाब से देखें तो 40 फीसदी जनसंख्या बढ़ गई है। इस हिसाब से प्रदेश में करीब 60 लाख फर्जी वोटर हैं।
Created On :   11 Jun 2018 1:14 PM IST