शीना बोरा मर्डर केस : इंद्राणी की भूमिका महत्वपूर्ण इसलिए नहीं मिली जमानत
- कोर्ट ने कहा- कैदियों के लिए जेल में ही उपचार की पर्याप्त सुविधा
- बीमारी का हवाला देकर मांगी थी जमानत
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शीना बोरा हत्याकांड मामले में इंद्राणी मुखर्जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके अलावा वह इस मामले से जुड़े सबूतों को नष्ट करने में भी मुख्यसूत्रधार थी। मुंबई में सीबीआई की विशेष अदालत ने इंद्राणी व इसी मामले में आरोपी संजीव खन्ना के अंशकालिक जमानत आवेदन को रद्द करते हुए उपरोक्त टिप्पणी की है। इंद्राणी ने सेहत ठीक न होने के आधार व कोरोना के चलते राज्य की उच्चाधिकार कमेटी के दिशा-निर्देशों के तहत जमानत देने की मांग की थी।
न्यायाधीश एएस सैय्यद ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि जेल प्रशासन ने कोरोना काल में कैदियों को कोरोना से बचाने के लिए उपयुक्त कदम उठाए हैं। न्यायाधीश ने कहा कि मुंबई और यहां कीजेल में कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है। जेल में कैदियों के उपचार के लिए उचित सुविधा उपलब्ध है।इंद्राणी के स्वास्थ्य पर लगातार डाक्टरों की नजर है। मामले से जुड़े रिकार्ड दर्शाते हैंकि जेल प्रशासन जेल मैन्युअल के हिसाब से सभी कैदियों को पर्याप्त मेडिकल सेवा उपलब्ध करा रहा है। इस तरह न्यायाधीश ने मामले में इंद्राणी की भूमिका को देखते हुए उसे जमानत के लिए अपात्र ठहरा दिया। गौरतलब है कि इंद्राणी व खन्ना साल 2015 से जेल में है। शीना बोरा की कथित तौर पर साल 2012 में हत्या की गई थी जिसका खुलासा तीन साल बाद हुआ था। शीना बोरा इंद्राणी की बेटी थी।
Created On :   24 July 2021 5:32 PM IST