महिला पत्रकार का गाल थपथपाकर विवादों में घिरे तमिलनाडु के राज्यपाल
डिजिटल डेस्क, तमिलनाडु। तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित एक महिला पत्रकार का गाल थपथपाने के चलते विवादों में घिर गए हैं। राजभवन में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में महिला के पत्रकार का गाल थपथपा दिया। उनकी ये तस्वीर वायरल हो गई है। यह घटना उस समय हुई, जब 78 वर्षीय राज्यपाल राजभवन में भीड़ भाड़ वाले प्रेस कांफ्रेंस हॉल से जा रहे थे।
This, moments after he dismissed a barrage of questions about allegations of sexual misconduct against himself. Unprofessional behaviour – and completely uncalled for to touch a stranger without her consent, especially a woman.
— Lakshmi Subramanian (@lakhinathan) April 17, 2018
महिला पत्रकार लक्ष्मी सुब्रमण्यम "द वीक" में काम करती हैं। इस घटना के बाद उन्होंने ट्वीट किया, "मैंने तमिलनाडु के गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित से प्रेस कॉन्फ्रेंस के आखिर में एक सवाल पूछा, जिस पर उन्होंने बिना मेरी इजाजत के बिना मेरे गाल पर थपथपाया। गवर्नर बनवारीलाल का यह कृत्य दादाजी के दृष्टिकोण से तो प्रशंसा का कार्य हो सकता है, लेकिन मेरे लिए आप गलत हैं।
Even if the intention is above suspicion, a person who holds a public office has to understand that there is a decorum to it and violating a woman journalist’s personal space does not reflect the dignity or the respect which should be shown to any human being.
— Kanimozhi (கனிமொழி) (@KanimozhiDMK) April 17, 2018
वहीं विपक्षी पार्टी द्रमुक ने घटना को संवैधानिक पद पर बैठे एक व्यक्ति का अशोभनीय काम करार दिया। द्रमुक की राज्यसभा सदस्य कनिमोझी ने ट्वीट किया, "अगर संदेह नहीं भी किया जाए, तब भी सार्वजनिक पद पर बैठे एक व्यक्ति को इसकी मर्यादा समझनी चाहिए और एक महिला पत्रकार को छूकर गरिमा का परिचय नहीं दिया गया।"
Even if the intention is above suspicion, a person who holds a public office has to understand that there is a decorum to it and violating a woman journalist’s personal space does not reflect the dignity or the respect which should be shown to any human being.
— Kanimozhi (கனிமொழி) (@KanimozhiDMK) April 17, 2018
वहीं द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने अपने टि्वटर हैंडल से तमिल में कहा, "यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की ग़लत हरकत है।"
निर्मला देवी मामले में बुलाई थी प्रेस कॉन्फ्रेंस
बता दें कि गवर्नर ने देवांग आर्ट्स कॉलेज की प्रोफेसर निर्मला देवी के मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। इस महिला लेक्चरर पर आरोप है कि उन्होंने अपनी छात्राओं को ज्यादा नंबर और पैसों के लिए "अधिकारियों के साथ एडजस्ट" करने की सलाह दी थी, पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। देवांग आर्ट्स कॉलेज की लेक्चरर निर्मला देवी ने दावा किया था कि वह राज्यपाल की करीबी है, राज्यपाल पुरोहित इस यूनिवर्सिटी के चांसलर भी हैं। इसी बात को लेकर राज्यपाल ने कॉन्फ्रेंस बुलाकर कहा कि वह उस महिला को नहीं जानते हैं। उन्होंने आज तक उसका चेहरा भी नहीं देखा है।
Created On :   18 April 2018 9:43 AM IST