आज जंतर-मंतर पर धरना देंगे तेजस्वी, धरने से पहले लिखा सीएम को खुला पत्र

Tejaswi will protest in todays evening on jantar mantar Delhi
आज जंतर-मंतर पर धरना देंगे तेजस्वी, धरने से पहले लिखा सीएम को खुला पत्र
आज जंतर-मंतर पर धरना देंगे तेजस्वी, धरने से पहले लिखा सीएम को खुला पत्र
हाईलाइट
  • टीएमसी और सपा के कई नेताओं के शामिल होने की भी संभावना।
  • विपक्षी दलों के बड़े नेतओं को आरजेडी ने भेजा है निमंत्रण।
  • सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं तेजस्वी यादव।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में हुए रेप कांड मामले में तेजस्वी यादव सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। तेजस्वी आज (शनिवार) शाम 5.30 बजे जंतर-मंतर पर धरने पर बैठेंगे और कैंडल मार्च निकालेंगे। धरने से पहले तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक खुला खत लिखते हुए उनपर जमकर निशाना भी साधा।उन्होने कहा कि बच्चियों के साथ हुई अमानवीय घटना के कारण मैं सो नहीं पा रहा हूं। वहीं शनिवार को तेजस्वी के प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा टीएमसी व सपा के भी कई नेताओं के शामिल होने की संभावना है। आरजेडी ने सभी को धरने में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा है। धरने में आरजेडी सांसद मनोज झा, जय प्रकाश नारायण यादव, बिहार के पूर्व मंत्री विजय प्रकाश, एमएलसी कमर आलम के साथ कई विधायक भी मौजूद रहेंगे। अपने कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली आरजेडी के अध्यक्ष महेंद्र यादव भी जंतर-मंतर में मौजूद रहेंगे।

तेजस्वी का सीएम को खुला पत्र
तेजस्वी ने नीतीश कुमार को पत्र लिखते हुए कहा कि आपकी महीनों की रहस्यमयी चुप्पी देखकर मैं यह खुला पत्र लिखने को विवश हुआ हूं। उन्होने खत के जरिए सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए बोला कि "मैं दुखी हूं क्योंकि जिनकी खिलौने से खेलने की उम्र थी वे खिलौना बन गईं। वो अनाथ मासूम लड़कियां किसी का वोटबैंक नहीं हैं इसलिए हमें क्या लेना-देना? उनसे हमारा कोई रिश्ता थोड़े ना था, वे लुटती रहीं, पिटती रहीं, शर्मशार होती रहीं, बेइज्जत होती रहीं, कराहती रहीं, चीखती रहीं, मरती रहीं और सरकार गहरी नींद में सोती रही। साथ ही उन्होने यह भी कहा कि आपकी सरकार के संरक्षण में उनका ऐसा शोषण हुआ जिसे सोचकर रूह कांप जाती है। क्या यही सुशासन है जहां, पुलिस ने आंखे मूंद ली थी। यह समाज और सरकार का सबसे घिनौना, सबसे गंदा चेहरा है।

नीतीश ने कहा था, मैं शर्मसार हूं
रेप कांड पर शुक्रवार को चुप्पी तोड़ते हुए नीतीश ने कहा था कि मुजफ्फरपुर की इस घटना से वे शर्मसार हो गए हैं। उन्होंने कहा था कि ऐसी घटना को अंजाम देने वाले किस मानसिकता के लोग हैं। ये पाप है और इसके दोषियों को सजा मिलनी ही चाहिए। हमें ध्यान रखना होगा कि कोई भी बच ना पाए। नीतीश ने कहा था कि मामले की जांच सीबीआई कर रही है। मुख्यमंत्री ने एडवोकेट जनरल से कहा है कि जांच हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग में होना चाहिए।

कोर्ट ने कहा था, पीड़िताओं का अपमान न करें
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में बुधवार को स्वत: संज्ञान लिया था। कोर्ट ने केंद्र और बिहार सरकार को नोटिस भी जारी किया था। दोनों सरकारों से कोर्ट ने जानकारी विस्तृत रूप से मांगी थी। कोर्ट ने रेप पीड़िताओं का इंटरव्यू न प्रसारित करने को भी कहा था। अदालत ने कहा कि बार-बार याद दिलाकर पीड़िताओं का अपमान न किया जाए। अदालत ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेप पीड़िताओं की तस्वीरों को धुंधला करके भी इंटरव्यू न चलाए। बता दें कि टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) के सोशल ऑडिट के आधार पर बिहार समाज कल्याण विभाग ने प्राथमिकी दर्ज की थी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि महीनों तक 34 नाबालिग लड़कियों के साथ रेप किया गया।

नीतीश का इस्तीफा मांग चुके हैं तेजस्वी
पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजदल नेता तेजस्वी यादव नीतीश कुमार का इस्तीफा भी मांग चुके हैं। तेजस्वी ने ट्वीट किया कि मुजफ्फरपुर में हुए सामूहिक रेप केस में पुलिस ने मास्टर माइंड बृजेश ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया था। बृजेश को छुड़ाने पुलिस के पास 6 वर्तमान और पूर्व केंद्रीय मंत्रियों के फोन आए। फोन करने वालों में मुख्यमंत्री के कुछ नजदीकी राज्य मंत्री भी शामिल थे। तेजस्वी ने बृजेश के एक साल पुराने कॉल डीटेल्स निकालने की भी मांग की थी।

Created On :   4 Aug 2018 4:08 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story