ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड तीन दिन भूखे रहकर चलाएंगे रेलगाड़ी
- इसके लिए ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन ने रेल मंत्रालय एवं बोर्ड को नोटिस दे दिया है।
- इसमें भोपाल रेल मंडल के 2 हजार 50 कर्मी शामिल रहेंगे।
- देशभर के करीब 17.50 लाख ट्रेन ड्राइवर
- असिस्टेंट ड्राइवर और गार्ड 17 जुलाई से 19 जुलाई तक भूखे पेट यात्री एवं माल रेलगाड़ी चलाएंगे।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देशभर के करीब 17.50 लाख ट्रेन ड्राइवर, असिस्टेंट ड्राइवर और गार्ड 17 जुलाई से 19 जुलाई तक भूखे पेट यात्री एवं माल रेलगाड़ी चलाएंगे। इसमें भोपाल रेल मंडल के 2 हजार 50 कर्मी शामिल रहेंगे। इसके लिए ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन ने रेल मंत्रालय एवं बोर्ड को नोटिस दे दिया है।
एसोसिएशन के भोपाल मंडल अध्यक्ष बृजेश अग्रवाल ने बताया कि हमारी मांग है कि सातवें वेतनमान के तहत जो बेसिक तय किया गया है, वह गलत है जिसे ठीक किया जाए और माईजेल रेट तय किया जाए। यह मांग पिछले ढाई साल से लंबित चल रही है। इसके अलावा राष्ट्रपति ने सात साल पहले अनुशंसा की थी कि तीन माह के अंदर लोको रनिंग स्टाफ की मांगों पर निर्णय लेने के लिए नेशलन इण्डस्ट्रियल ट्रिब्युनल बनाया जाए, परन्तु यह भी अब तक नहीं बनाया गया है।
अग्रवाल ने कहा कि हमारी भूख हड़ताल के नोटिस पर कई रेल मंडलों द्वारा रेल्वे बोर्ड के आदेश पर लोको रनिंग स्टाफ को 17 जुलाई से 19 जुलाई तक कोई अवकाश स्वीकृत न करने के जो आदेश निकाले हैं, वे गलत हैं क्योंकि हमने हंगर स्ट्राईक के दौरान अवकाश मांगा ही नहीं है बल्कि हम लोग तीन दिन तक भूखे रहकर काम करेंगे। उन्होंने बताया कि 17 जुलाई को भोपाल रेल्वे स्टेशन पर हमारी एसोसिएशन का पंडाल लग जाएगा, जो तीन दिन लगा रहेगा। इसके माध्यम से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा।
भूखे रहकर काम करने से हो सकती है दुर्घटना
बृजेश अग्रवाल ने बताया कि भूखे रहकर ट्रेन ड्राइवर, असिस्टेंट ड्राइवर और गार्ड द्वारा काम करने से कोई भी दुर्घटना घट सकती है, क्योंकि भूखे व्यक्ति को कभी भी अचानक चक्कर आ सकते हैं और वह बेहोश हो सकता है। ऐसे में कोई दुर्घटना घटने पर इसकी जिम्मेदारी रेल्वे बोर्ड की होगी।
Created On :   11 July 2018 12:10 AM IST