राज्यसभा चुनाव : यूपी में क्रॉस वोटिंग तय, क्या 10वीं सीट जीत पाएगी बीजेपी?

राज्यसभा चुनाव : यूपी में क्रॉस वोटिंग तय, क्या 10वीं सीट जीत पाएगी बीजेपी?

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। राज्यसभा की 25 सीटों के लिए वोटिंग जारी है। पहले 16 राज्यों की 58 सीटों के लिए चुनाव होने थे, लेकिन 10 राज्यों की 33 सीटों पर एक ही उम्मीदवार होने की वजह से उन्हें निर्विरोध चुन लिया गया है। इनमें सबसे ज्यादा नजर उत्तर प्रदेश पर है। वैसे तो यूपी में 10 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं, लेकिन एक सीट पर बेहद दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। दरअसल, यहां 10 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। इनमें 8 पर बीजेपी और 1 पर समाजवादी पार्टी का जीतना तय है। वहीं 10वीं सीट को लेकर सस्पेंस कायम है। यहां बीएसपी जीतने की जुगत में है, जबकि क्रॉस वोटिंग के जरिए बीजेपी ये सीट अपने नाम करना चाह रही है। 

 

अखिलेश के साथ आए राजा भैया

बाहुबली विधायक राजा भैया ने समाजवादी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है, जिसके लिए अखिलेश यादव ने उनका आभार जताया है।

 

 



क्रॉस वोटिंग हुई तो क्या होगा? 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार रात को सीएम हाउस में राज्यसभा चुनावों को लेकर मीटिंग थी, जिसमें बीएसपी के विधायक अनिल सिंह को भी देखा गया था। उनके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि बीएसपी के दो और विधायक बीजेपी विधायकों से संपर्क में है। इतना ही नहीं कांग्रेस के कुछ विधायक भी बीजेपी के संपर्क में हैं और दो निर्दलीय विधायक भी पाला बदल सकते हैं। ऐसे में चुनावों में क्रॉस वोटिंग होना लगभग तय माना जा रहा है। यूपी की 10 में से 8 सीटों पर बीजेपी की जीत तय है, जबकि एक सीट समाजवादी पार्टी के खाते में जा रही है। मुकाबला आखिरी सीट पर है, जहां बीएसपी और बीजेपी आमने-सामने है। बीएसपी का दावा है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के अलावा कई और विधायक उसके साथ हैं। वहीं अपने 8 उम्मीदवारों को जीताने के बाद भी बीजेपी के पास 28 वोट बच रहे हैं, जिसमें से बाकी पार्टियों के कुछ विधायक उसके संपर्क में है। अगर क्रॉस वोटिंग हो जाती है, तो बीजेपी 9 सीट जीत सकती है। 

यूपी में क्या है राज्यसभा का गणित?

बता दें कि उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। यूपी विधानसभा में 403 विधानसभा सीट हैं और एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए 37 विधायकों का वोट जरूरी है। राज्य में बीजेपी के पास 325 सीटें हैं और इस हिसाब से 10 में से 8 सीटें बीजेपी के खाते में आसानी से आ जाएंगी। 9वीं सीट के लिए समाजवादी पार्टी की जीत मानी जा रही है क्योंकि उसके पास 47 विधायक हैं। वहीं 10वीं सीट से मायावती ने भीमराव अंबेडकर को उतारा है, जबकि बीजेपी की तरफ से अनिल अग्रवाल मैदान में हैं। राज्यसभा चुनाव के लिए मायावती ने समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाया है। यूपी में बीएसपी के 19 विधायक हैं और एसपी के 10 विधायक भी मायावती को वोट देंगे। इस लिहाज से मायावती के पास 29 वोट तो आ गए। अब अगर कांग्रेस के 7 विधायक भी बीएसपी को वोट दें और राष्ट्रीय लोक दल के एक विधायक अजित सिंह भी साथ आ जाएं, तो मायावती के पास 37 वोट आ जाएंगे। इस हिसाब से भीमराव अंबेडकर राज्यसभा पहुंच जाएंगे।

नरेश अग्रवाल ने बिगाड़ पाएंगे खेल

समाजवादी पार्टी के सीनियर लीडर रहे नरेश अग्रवाल ने पिछले दिनों बीजेपी ज्वॉइन कर ली। उनके जाने से ज्यादा कुछ तो नुकसान नहीं है, लेकिन राज्यसभा में बीजेपी को फायदा पहुंच सकता है। माना जा रहा है कि चुनावों में नरेश अग्रवाल खेल बिगाड़ सकते हैं। यूपी की 10वीं सीट पर मायावती को अपनी जीत दिखाई दे रही थी, लेकिन नरेश अग्रवाल के बीजेपी में जाने से उसे नुकसान होता दिखाई दे रहा है। दरअसल, राज्यसभा के लिए मायावती ने समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाया है। अभी सपा के पास 47 वोट हैं, जिसमें से 37 वोट तो जया बच्चन को जिता देंगे और बाकी के 10 वोट बीएसपी को जाने थे। अब नरेश अग्रवाल के बेटे का एक वोट बीजेपी को जाएगा। इसके साथ नरेश अग्रवाल बाकी के बचे 9 वोटों में भी सेंध मारने की कोशिश करेंगे। इसका नुकसान बीएसपी कैंडिडेट भीमराव अंबेडकर को ही होगा। बीएसपी के पास अपने 19 वोट हैं, जबकि उसे एसपी के 10, कांग्रेस के 7 और RLD का एक वोट मिलने की उम्मीद है, जिसमें से नितिन अग्रवाल का वोट कम हो जाने से राज्यसभा का गणित बिगड़ सकता है।

नुकसान में तो मायावती ही हैं

कुछ दिनों पहले तक मायावती इस बात को लेकर खुश थी कि राज्यसभा की एक सीट उनके खाते में आ जाएगी। मगर अब बहुत कुछ बदल चुका है। दरअसल, हरिओम यादव को वोटिंग करने की इजाजत नहीं मिली है, जबकि नितिन अग्रवाल बीजेपी में चले गए, तो अब समाजवादी पार्टी के पास 45 विधायक बचे हैं। इसी तरह से मुख्तार अंसारी के जेल में होने से और अनिल सिंह के बीजेपी से संपर्क होने से बीएसपी के पास भी सिर्फ 17 विधायक ही रह गए हैं। ऐसे में एसपी की जीत तो तय है, लेकिन मायावती अधर में लटक गई हैं। अगर एसपी के 45, बीएसपी के 17, कांग्रेस के 7, 2 निर्दलीय और आरएलडी के एक विधायक साथ आते हैं, तो ऐसे में विपक्ष के पास 72 वोट होते हैं। अब 37 वोट के साथ एसपी की जया बच्चन तो जीत जाएंगी, जबकि बीएसपी के भीमराव अंबेडकर के पास 35 वोट ही बचेंगे। वहीं बीजेपी अपने 8 कैंडिडेट को जीताने के बाद भी 28 वोट बचा रही है। अगर बीजेपी को दो वोट नितिन अग्रवाल और अनिल सिंह का, एक निर्दलीय का और निषाद पार्टी का एक वोट मिलता है, तो ये संख्या 32 तक पहुंच जाएगी। अब बीजेपी को जीतने के लिए सिर्फ 5 वोट की और जरूरत होगी और क्रॉस वोटिंग हुई और बीजेपी को इसका फायदा मिला, तो बीजेपी 9वीं सीट भी अपने खाते में कर लेगी।

Created On :   23 March 2018 8:54 AM IST

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