बीफ खाना है खाओ, किस करना है करो, लेकिन फेस्टिवल क्यों : उपराष्ट्रपति
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश में आए दिन होते बीफ फेस्टिवल और किसिंग इवेंट को लेकर उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने निशाना साधा है। उन्होंने ऐसे फेस्ट आयोजित करने वाले लोगों की आलोचना करते हुए कहा है कि बीफ खाने और किस करने के लिए इवेंट ऑर्गेनाइज करने की जरूरत नहीं है, जिन्हें ये चीजें करनी है वे शांति से भी ये सब कर सकते हैं।
वेंकैया ने कहा, "आप बीफ खाना चाहते हैं, खाइए। लेकिन इसके लिए फेस्टिवल आयोजित करने की क्या जरूरत है? इसी तरह किस फेस्टिवल भी समझ से परे है। अगर आप किस करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको फेस्टिवल की या किसी की परमिशन लेने की जरूरत नहीं है।"
इसके साथ ही वेंकैया नायडू ने जेएनयू में लगे अफजल गुरू के समर्थन वाले नारों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "बीफ और किस फेस्टिवल के बीच में आपको अफजल गुरू याद आ जाता है। लोग उसे न्याय दिलाने की बात करते हैं और उसका नाम जपते रहते हैं। यह सब क्या है? अफजल एक आतंकी था और उसने हमारी संसद को उड़ाने की कोशिश की थी।"
उपराष्ट्रपति ने यह बातें मुंबई स्थित आरए पोद्दार कॉलेज ऑफ कॉमर्स ऐंड इकॉनमिक्स के प्लैटिनम जुबली प्रोग्राम में कही। उपराष्ट्रपति ने अपने सम्बोधन में मौजूद लोगों को अपने घर और कॉलेज के माहौल को तनाव रहित बनाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ पैरंट्स अपने बच्चे की क्षमता को समझ नहीं पाते हैं।
बता दें कि वेंकैया नायडू पहले भी बीफ विवाद पर अपनी राय जाहिर कर चुके हैं। जब नायडू केंद्रीय मंत्री थे, तब उन्होंने कहा था कि वे खुद भी मांसाहारी हैं और नॉनवेज को खूब पसंद भी करते हैं। नायडू ने कहा था, "भोजन व्यक्तिगत पसंद की चीज है। सबको अपनी पसंद का भोजन करने का अधिकार है। मुझे आज तक किसी ने कुछ भी खाने से नहीं रोका है।"
Created On :   19 Feb 2018 5:40 PM IST