इंदौर के सदाशिव VHP के नए अध्यक्ष, 17 अप्रैल से तोगड़िया करेंगे अनशन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद में 52 सालों में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव कराया गया। इस चुनाव में इंदौर में जन्मे विष्णु सदाशिव कोकजे ने जीत हासिल कर ली है। नई दिल्ली से सटे गुरुग्राम के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में विहिप के 273 में से 192 प्रतिनिधियों ने वोट डाले गए। इसमें हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल और जबलपुर हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज वी कोकजे को विश्व हिन्दू परिषद् का नया अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है। मतदान में 131 वोट कोकजे के पक्ष में और 60 वोट राघव रेड्डी के पक्ष में पड़े, वहीं एक वोट को अवैध करार दिया गया। कोकजे को चुनाव से पहले से ही मोदी समर्थक उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा था। चुनाव मैदान में विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष राघव रेड्डी थे जो अपने तीसरे टर्म के लिए चुनाव लड़ रहे थे। उन्हें तोगड़िया का समर्थन था।
राम मंदिर मुद्दे पर 17 अप्रैल से अनशन करेंगे तोगड़िया
चुनाव परिणाम आने के बाद तोगड़िया ने केंद्र सरकार को अपने निशाने पर लिया है। चुनाव हारने के बाद उन्होंने कहा "मैं अब VHP में नहीं हूं, अब लोगों के लिए काम करुंगा। मैं बड़ी लड़ाई जीतने के लिए आज छोटी हार से गुजर रहा हूं। हम राम मंदिर के मुद्दे पर अनशन करेंगे।" तोगड़िया ने कहा वो 100 करोड़ हिन्दुओं के हित के लिए सदैव लड़ते रहेंगे और करोड़ों हिंदुओं, किसानों, युवाओं, मजदूरों की आवाज उठाते रहेंगे। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वो 17 अप्रैल से अपनी मांगों को लेकर अहमदाबाद में अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठेंगे। हाल ही में एक निजी चैनल को इंटरव्यू के दौरान तोगड़िया ने राम मंदिर, कश्मीरी हिंदू, रोजगार और किसानों के मुद्दों का जिक्र करते, केंद्र सरकार को उनके वायदे याद दिलाते हुए जवाब मांगा था। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार पिछले चार सालों में पूरी तरह से विफल रही है।
प्रधानमंत्री का किया था विरोध
बता दें कि चुनाव के पहले की स्थिति को देखते हुए तोगड़िया की कुर्सी जाना लगभग तय ही माना जा रहा था। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले प्रवीण तोगड़िया ने पीएम मोदी को पत्र लिख कर कहा था कि सत्ता की ताकत में नहीं बहना चाहिए और चुनाव के समय किए गए वादों को पूरा करने के लिए काम करना चाहिए। गौरतलब है कि तोगड़िया ने पिछले दिनों अपने एनकाउंटर का आरोप लगाते हुए सांकेतिक रूप में पीएम और उनकी सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए थे। चुनाव के कुछ देर बाद ही आलोक कुमार को अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है। अशोक राव चौगुले को कार्याध्यक्ष विदेश विभाग, मिलिंद परांडे को महामंत्री, विनायक राव देशपाण्डे को संगठन महामंत्री, चम्पत राय को उपाध्यक्ष, कोटेश्वर राव को सयुंक्त महामंत्री और डॉ सुरेन्द्र जैन को संयुक्त महामंत्री चुना गया है।
Created On :   14 April 2018 4:19 PM IST