चांद-सितारे वाले हरे झंडे पर रोक की मांग, सुप्रीम कोर्ट में अर्जी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने चांद-सितारे वाले इस्लामिक झंडे पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी है। अर्जी में रिजवी ने कहा कि इसकी वजह से सांप्रदायिक तनाव पैदा हो जाता है। रिजवी ने कहा है कि इस झंडे का इस्लाम से कोई संबंध नहीं हैं।
वसीम रिजवी का कहना है कि यह झंडा पाकिस्तान और जिन्ना की मुस्लिम लीग के झंडे से मिलता है। अगर इसे मुस्लिम इलाकों में फहराया जाता है तो सांप्रदायिक तनाव पैदा होता है। रिजवी का ये भी कहना है कि इसका इस्लाम से धर्म से कोई लेना देना नहीं है। इसलिए रिजवी ने इसपर रोक लगाने की मांग की है।
शिया वक्फ बोर्ड के मुताबिक इस झंडे का इस्तेमाल जिन्ना व अन्य लोगों ने साथ मिलकर शुरू किया था। उन्होंने कहा, पैगंबर मोहम्मद के समय सफेद या काले रंग का झंडा इस्तेमाल किया जाता था। इस्लाम में इस तरह के किसी फ्लैग की कोई मान्यता नहीं है। रिजवी ने कहा कि 1906 में मुस्लिम लीग ने इस फ्लैग को बनाया था। वसीम रिजवी ने कहा है कि यह पॉलिटिकल फ्लैग था जो गुलाम हिंदुस्तान में था। रिजवी ने बताया कि आजादी के बाद पाकिस्तान ने इसमें एक सफेद पट्टी लगा अपना राष्ट्रीय झंडा बना लिया।
Created On :   17 April 2018 4:53 PM IST