राऊत ने कहा कि शिवसेना को ढाई साल मुख्यमंत्री पद देने के वादे को लेकर यदि कोई ठोस प्रस्ताव आता है तो दोनों दलों में बातचीत फिर से शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवसेना के बीच सत्ता में भागीदारी का जो फार्मूला तय हुआ है हम उसी पर अमल चाहते हैं। यदि भाजपा इस पर अमल नहीं करना चाहती है तो वह हमसे किस प्रकार के संवाद की अपेक्षा न करे।
राऊत ने कहा कि भाजपा नेता पाटील का कहना है कि जनादेश महायुति को मिला है तो मेरा उनसे सवाल है कि भाजपा सरकार बनाने का दावा क्यों नहीं पेश करती। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। भाजपा की ओर से कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री हमारा ही होगा तो पाटील सरकार बनाने का दावा पेश क्यों नहीं करते। राऊत ने कहा कि चुनाव में केवल महायुति को जनादेश नहीं मिला है बल्कि भाजपा- शिवसेना के बीच गठबंधन हो रहा था उस समय जो 50-50 फार्मूले की बातें तय हुई थी। उस फार्मूले को भी जनादेश मिला है। यह बात भाजपा भूल जाती है।