15 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलेगा संसद का शीतकालीन सत्र

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय कैबिनेट की संसदीय मामलों की समिति (सीसीपीए) ने शुक्रवार को संसद के शीतकालीन सत्र की तारीखों का ऐलान कर दिया है। सीसीपीए के मुताबिक संसद का शीत सत्र 15 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलेगा। यह 14 दिन का सत्र होगा जिसमें 25 और 26 दिसंबर को क्रिसमस की छुट्टी रहेगी। आपकों बता दें कि शीत सत्र को नवंबर में नहीं बुलाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की थी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि पीएम मोदी विपक्ष के सवालों से डर कर भाग रहे हैं इसलिए सत्र की तारीखों की घोषणा अभी तक नहीं की गई है।
कांग्रेस नेता ने बताया PM को ब्रह्मा
तारीखों का ऐलान नहीं करने को लेकर पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान पीएम मोदी को ब्रह्मा कहते हुए कहा था कि "मोदी ब्रह्मा हैं, वह रचयिता हैं, सिर्फ वही जानते हैं कि संसद कब शुरू होगी"। कांग्रेस ने कहा था कि सरकार बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, जीएसटी और अमित शाह के बेटे जय शाह के खिलाफ मुद्दों पर विपक्ष के सवालों से भाग रही है, जो गुजरात विधानसभा में उसे बेपर्दा कर सकते हैं। नेताओं ने कहा था कि वह शीतकालीन सत्र को बुलाने में देरी पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी संपर्क करेंगे और उनसे नोटिस देने का आग्रह करेंगे।
सोनिया गांधी ने भी कसा तंज
इस मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने कहा था, ‘केंद्र सरकार गुजरात चुनाव की वजह से संसद का सामना करने से बच रही है, जबकि ये महज एक बहाना है’। सोनिया ने कहा, ‘मोदी सरकार ने अपने अहंकार की वजह से शीतकालीन सत्र को न बुलाकर संसदीय लोकतंत्र पर अंधेरा ला दिया है। सरकार अगर सोचती है कि लोकतंत्र के मंदिर को ताला लगाकर वो संवैधानिक जवाबदेही से बच निकलेगी तो सरकार ये सोचना गलत है।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘प्रधानमंत्री जीएसटी के लिए आधी रात को संसद सत्र तो बुला सकते हैं लेकिन आज संसद का सामना करने से भाग रहे हैं।’
Created On :   24 Nov 2017 12:01 PM IST