इंडिया गेट पर बनी 800 किलो खिचड़ी, रामदेव ने लगाया तड़का

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कभी "खिचड़ी" को नेशनल डिश बनाने की मांग तो, कभी इसका विरोध, पिछले कुछ दिनों से खिचड़ी को लेकर सोशल मीडिया से लेकर देश की राजनीति में काफी कुछ पक रहा है। शुक्रवार को वर्ल्ड फूड इंडिया फेस्टिवल कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसमें भी बाकी सारे व्यंजनों को छोड़ पीएम मोदी नरेंद्र मोदी ने भी खिचड़ी की तारीफों के पुल बांधे और इसे एक ग्लेबल डिश बनाने की बात कही। शनिवार को खिचड़ी को लेकर रिकॉर्ड बनाने की तैयार हो चुकी है। फूड इंडिया फेस्टिवल में 800 किलो खिचड़ी बनाई जा गई है।
India attempts for World Record by cooking 800 kgs of Khichdi at #WorldFoodIndia pic.twitter.com/qBeNNfO26u
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) November 4, 2017
रिपोर्ट्स के मुताबिक तीन दिन के इस कार्यक्रम में करीब एक टन खिचड़ी बनाने का गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया है। इस खिचड़ी कार्यक्रम में 50 शेफ शामिल हुए और सबने मिलकर खिचड़ी बनाई। बाबा रामदेव भी इस कार्यक्रम में शेफ के रूप में नजर आए और खिचड़ी में देसी घी का तड़का खुद रामदेव ने लगाया। इसमें पतंजलि निर्मित गाय का शुद्ध देशी घी इस्तेमाल किया गया। घी के अलावा इसमें पतंजलि के अन्य मसाले भी मिलाए गए।
इस कार्यक्रम का आयोजन खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय और सीआईआई मिलकर कर रहे हैं। कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू और हरसिमरत कौर बादल मौजूद रहे। कार्यक्रम इंडिया गेट पर आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य दुनिया को भारत के इस पौष्टिक आहार के बारे में बताना है। ऐसा पहला मौका है कि जब मोदी सरकार इतने बड़े लेवल पर भारतीय खानों को प्रमोट कर रही है।
Food for the soul!
— Indian Diplomacy (@IndianDiplomacy) November 4, 2017
With #WorldFoodIndia going on,we embark on a journey to experience the delectable, highly affordable #StreetFood of India pic.twitter.com/p5tOeunR82
Poha-Jalebi
— Indian Diplomacy (@IndianDiplomacy) November 4, 2017
The culinary speciality from Indore in #MadhyaPradesh, it is a healthy breakfast option and a much loved #StreetFood item pic.twitter.com/UiHLO8dH5K
गौरतलब है कि हाल के दिनों खिचड़ी को नेशन डिश घोषित करने की मांग उठी थी, लेकिन केंद्रीय मंत्री हरसिमरन कौर ने साफ किया है कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है।
कैसे बनी खिचड़ी?
-खिचड़ी बनाने की प्रक्रिया शुक्रवार रात में ही शुरू हो की गई थी, जिसे आम लोगों के लिए शनिवार की दोपहर 12.30 बजे के करीब बना लिया गया। पूरी प्रक्रिया के दौरान गिनीज बुक के अधिकारी भी मौजूद रहे।
-खिचड़ी बनाने के लिए स्टील से बनी एक बड़ी हांडी तैयार की गई और ईंधन के तौर पर स्टीम का इस्तेमाल किया गया है। वहीं इसमें चावल के साथ कई तरह की दालें और सब्जियां भी डाली गईं।मशहूर शेफ संजीव कपूर ने बताया कि खिचड़ी को एक एनजीओ के जरिए मिड डे मील में स्कूल में बांटा जाएगा।
-खिचड़ी का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का मकसद "खिचड़ी को ब्रांड इंडिया खाद्य" के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय बनाना और लोगों में भारतीय खाद्य उत्पादों के प्रति रुचि पैदा करना है।
Created On :   4 Nov 2017 11:19 AM IST