सीएम योगी आदित्यनाथ आज रामराज्य रथ यात्रा को दिखाएंगे हरी झंडी
डिजिटल डेस्क, अयोध्या। सीएम योगी आदित्यनाथ आज रामराज्य रथ यात्रा को हरी झंड़ी दिखाएंगे। यह यात्रा महाशिवरात्रि के पर्व पर शुरू हुई है और रामेश्वरम में जाकर खत्म होगी। रामराज्य रथ यात्रा का आयोजन श्रीराम दास मिशन यूनिवर्सल सोसाइटी कर रही है। इस रामराज्य रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण करवाना है। गौरतलब है कि 28 साल पहले अयोध्या में विवादित भूमि पर राम मंदिर के निर्माण के लिए लालकृष्ण आडवानी की अगुवाई में भी रथ यात्रा निकाली गई थी। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट में जल्द ही अंतिम सुनवाई के बाद फैसला आने की भी संभावना है।
6 राज्यों से गुजरेगी रथयात्रा
यह रथ यात्रा अगले दो महीनों में छह राज्यों से गुजरेगी। बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए अभियान सन 1990 में लालकृष्ण आडवाणी ने शुरू किया था, जिससे भाजपा देश में एक प्रमुख राजनीतिक ताकत के रूप में उभरी थी। हालांकि पिछले कई सालों से भाजपा राम मंदिर मामले को सिर्फ अपने मैनिफेस्टो में ही दिखा रही थी और वादे कर रही थी। यहां तक कि उत्तर प्रदेश में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भी यह मुद्दा नहीं उठाया गया, लेकिन जब से सीएम योदी आदित्यानाथ ने यूपी की कमान संभाली है, एक बार फिर से अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर बहस शुरू हो गई है।
योगी सरकार में राम मंदिर मुख्य एजेंडा
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण एक महत्वपूर्ण एजेंडा है। मुख्यमंत्री योगी ने दीपावली के समय ही संकेत दे दिए थे कि यह मामला उनकी सरकार के लिए प्राथमिकता में है। जानकारी के अनुसार, आज शाम से राम राज्य रथयात्रा को अयोध्या के करसेवकपुरम से विदा किया जाएगा। यह वह जगह है जहां 1990 के दशक में व्हीएचपी ने एक वर्कशॉप की स्थापना की। यहां मजदूर इस आशा के साथ खंभे तैयार कर रहे हैं कि उन्हें एक दिन राम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा।
कर्नाटक में जीतना चाहती है बीजेपी
राम राज्य रथयात्रा में टाटा मिनी ट्रक को रथ का स्वरूप दिया गया है। यह यात्रा भाजपा शासित उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र के अलावा कांग्रेस शासित कर्नाटक से गुजरेगी। बता दें कि कर्नाटक में बीजेपी पार्टी इस साल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हराने के पूरे मूड में है। यात्रा अंतिम चरण में केरल से गुजरेगी, जहां भाजपा अपने पैर फैलाने की कोशिश में जुटी है। यह रथयात्रा महाराष्ट्र के एक सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित की जा रही है और इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-बीजेपी से वैचारिक साम्य रखने वाले व्हीएचपी और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच जैसे संगठन भाग लेंगे।
गिलानी बोले नहीं छोड़ेंगे मस्जिद की मांग
इस रथयात्रा को लेकर मुस्लिम याचिकाकर्ताओं ने बाबरी मस्जिद की मांग पर ध्यान आकर्षित किया है। अखिल भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के ज़फरयाब गिलानी ने हाल ही में यह स्पष्ट कर दिया कि वे अपनी मस्जिद की मांग नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने यह भी मांग की कि सरकार इस मुद्दे पर गौर करे, क्योंकि रथ यात्रा कानून और व्यवस्था का मामला है।
Created On :   13 Feb 2018 9:02 AM IST