Goa Stampede: शिरगांव भगदड़ हादसे पर PM मोदी ने जताया दुख, यात्रा में करीब 50,000 लोग हुए शामिल, 400 पुलिसकर्मी थे तैनात

- शिरगांव भगदड़ पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
- कहा- मृतकों के परिवार से साथ हैं संवेदना
- हादसे में 7 की मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गोवा के शिरगांव भगदड़ मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शनिवार (3 मई) को कहा कि मृतकों के परिवार वालों के साथ मेरी संवेदना है। दरअसल, लैराई देवी जात्रा के दौरान भगदड़ मचने से 7 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 30 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत
पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम मोदी ने हादसे पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि गोवा के शिरगांव में भगदड़ के कारण हुई मौतों से दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है।
Saddened by the loss of lives due to a stampede in Shirgao, Goa. Condolences to those who lost their loved ones. May the injured recover soon. The local administration is assisting those affected: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) May 3, 2025
कैसी थी सुरक्षा व्यवस्था?
फिलहाल भगदड़ के पीछे की वजह आधिकारिक तौर पर सामने नहीं आई है। हालांकि, कहा जा रहा है कि भीड़ ज्यादा होने की वजह से यह हादसा हुआ। जानकारी के मुताबिक, यात्रा के दौरान सुरक्षा बरकरार रखने के लिए लगभग 400 पुलिसकर्मियों की तैनाती हुई थी। निगरानी के लिए ड्रोन की भी मदद ली जा रही थी। इतना ही नहीं बल्कि शुक्रवार को सीएम सावंत, उनकी पत्नी सुलक्षणा, राज्यसभा सांसद सदानंद शेट तनावड़े और विधायक प्रेमेंद्र शेट और कार्लोस फरेरा ने भी यात्रा का दौरा किया था।
24/7 हेल्पलाइन उपलब्ध
गोवा के हेल्थ मिनिस्टर विश्वजीत राणे ने अहम जानकारी देते हुए कहा कि गोवा मंदिर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ की घटना के मद्देनजर, हम सक्रिय रूप से यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रभावित सभी लोगों को आवश्यक चिकित्सा सुविधा मिले। अब 24/7 हेल्पलाइन उपलब्ध है, कृपया किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति के लिए 104 डायल करें।
लैराई जात्रा में हुई भगदड़ पर उत्तर गोवा SP अक्षत कौशल ने बताया कि घटना का वास्तविक कारण जानने के लिए जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि किसी एक मुद्दे को लेकर अफवाह फैलाने के कारण लोगों के बीच भगदड़ मच गई जिसके कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। यहां पर काफी मात्रा में हमारे पुलिस बल मौजूद थे जिन्होंने घायलों को अस्पताल तक पहुंचाया। यात्रा में लगभग 50,000 के करीब लोग शामिल थे जो हमारे लिए बड़ी चुनौती थी। लगभग 400 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। ऐसी घटना पहली बार घटी है। हम घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं। जो भी कार्रवाई की जानी है की जाएगी।"
Created On :   3 May 2025 12:02 PM IST