मोदी के ये गुण बनाते हैं उन्हें दूसरों से अलग
17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है। आज के दिन बीजेपी पीएम मोदी का 67वां जन्मदिन मना रही है । आइए जानते हैं पीएम मोदी के वो गुण जिनके लिए वो जाने जाते हैं और जो उन्हें बाकी नेताओं से अलग बनाते हैं...
दिल्ली। नरेंद्र मोदी काम करना जानते हैं, लेकिन वह केवल काम करना ही नहीं जानते। काम को पूरा करने के बाद वह उसकी पूरी कीमत वसूल करना भी जानते हैं। गुजरातियों को उसकी अस्मिता से जोड़ने की बात हो या फिर विकास के मुद्दे को महिमामंडित करने की बात, वह कहीं भी कमजोर पड़ते नहीं दिखाई देते।
नरेंद्र मोदी का प्रबंधन और उनके काम करने के तरीके को जांचने के बाद ही आरएसएस ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया था। इसके लिए उन्हें राष्ट्रीय कार्यालय नागपुर में एक महीने के विशेष ट्रेनिंग कैंप में बुलाया गया। विधिवत प्रशिक्षण के बाद उन्हें बड़ी भूमिका सौंपी गई।
नरेंद्र मोदी बचपन से ही शाकाहारी हैं। उन्होंने अपने जीवन में कभी सिगरेट और शराब को हाथ नहीं लगाया। दूसरी तरह की बुराइयां भी उन्हें छू तक नहीं गई हैं। नरेंद्र मोदी आमतौर पर आधी बाजू वाले अपने खास कुर्ते में नजर आते हैं, लेकिन जब मौज में हों, तो सूट-बूट पहनने से भी परहेज नहीं करते।
परंपरा से प्रेम करते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि नरेंद्र मोदी पिछड़ेपन के हिमायती हैं। वह तकनीक का इस्तेमाल भी बखूबी करते हैं। वह फेसबुक और ट्विटर पर सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं। यहां वह बड़े-बड़े स्टार्स को मात करते हैं। इंटरनेट पर पॉपुलर नेताओं की सूची में वह सबसे ऊपर हैं।
मोदी का परिवार
- स्वर्गीय दामोदर दास मोदी
- हीरा बेन मां
- सोमाभाई मोदी- भाई
- अमृत मोदी- भाई
- नरेन्द्र मोदी
- जसोदा बेन- पत्नी
- प्रह्लाद मोदी - भाई
- पंकज मोदी- भाई
- वासंती बहन
वर्ल्ड मीडिया में छाए
इंडिया टुडे के सर्वे में मोदी को 2007 में बेस्ट चीफ मिनिस्टर चुना गया था। टाइम पत्रिका ने अपने मार्च 2012 के अंक में नरेंद्र मोदी को अपने कवर पेज पर स्थान दिया। सीएनएन-आईबीएन ने 2014-17 तक लगातार तीन साल में इंडियन आफ द इयर चुना था। उन्हें टाइम ने दुनिया के दस सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों पर केंद्रित अंक में भई उन्हें स्थान दिया। इसके अलावा 2014 और 2016 में "टाइम मेगजीन के रीडर्स पोल में पर्सन आफ द इयरर चुने गए थे। सन 2014-15 में फोर्ब्स पत्रिका ने उन्हें दुनिया के क्रमश: 15 वें और नौवें सबसे ज्यादा शक्तिशाली लोगों में स्थान दिया था।
मोदी की विदेश नीति
मोदी की विदेश नीति पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के विपरीत पूरी तरह आर्थिक-प्रतिरक्षा संधियों और बेहतर क्षेत्रीय संबंधों पर आधारित रही है। उन्होंने एशिया प्रशांत क्षेत्र में चीन के लगातार बढ़ते दबाव को संतुलित करने के लिए अमेरिका से संबध सुधारे। इसके अलावा नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों से संबंध बेहतर कर इन देशों में चीन के लगातार बढ़ते प्रभाव को कम करने का प्रयास किया।
मेक इन इंडिया अभियान के माध्यम से उन्होंने देश के विनिर्माण क्षेत्र को गति देने के लिए जापान, अमेरिका और इजराइयल जैसे देशों से निकटता बढ़ाई। राजनय के मोर्चे पर उन्होंने जहां एक ओर आतंकी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान को विश्व बिरादरी के सामने बेनकाब किया, वहीं अमेरिका और इजरायल जैसे देशों से निकटता बढ़ा कर उन्होंने डोकलाम मुद्दे पर चीन को भी बेबस कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने मध्यपूर्व के देशों ईरान, बहरीन, सऊदी अरब जैसे देशों से संबंध बेहतर किए।
Created On :   16 Sep 2017 5:57 PM GMT