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डेनमार्क ओपन के लिए साइना को वीजा में देरी, विदेश मंत्री से मांगी मदद

हाईलाइट
- साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत डेनमार्क ओपन को मिस कर सकते हैं
- अगले हफ्ते शुरू हो रहे टूर्नामेंट के लिए दोनों को अबतक वीजा नहीं मिला है
- साइना ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को ट्वीट कर तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत अगले हफ्ते से शुरू होने जा रहे डेनमार्क ओपन को मिस कर सकते हैं। इसकी वजह उन्हें अब तक वीजा न मिलना है। ऐसे में एक प्रमुख टूर्नामेंट को मिस करने की संभावना से निराश, साइना ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को ट्वीट कर तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है।
साइना ने सोमवार शाम को ट्वीट कर कहा, 'मैं डेनमार्क के लिए अपने और ट्रेनर के वीजा के लिए जरूरी निवेदन करना चाहती हूं। अगले सप्ताह मुझे ओडेन्स में प्रतियोगिता में शामिल होना है और अब तक हमारे वीजा तैयार नहीं हुए हैं। हमारे मैच अगले सप्ताह मंगलवार को शुरू हो रहे हैं। बता दें कि ये प्रतियोगिता ओडेन्स में 15 से 20 अक्टूबर तक आयोजित होना है।
एक नियम में बदलाव के कारण भारतीय शटलर इस स्थिति का सामना कर रहे हैं। नए नियम के अनुसार, डेनमार्क का वीजा हासिल करने के लिए किसी भी व्यक्ति को दिल्ली में एक पर्सनल इंटव्यू के लिए उपस्थित होना जरूरी है। हालांकि, बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) ने 30 सितंबर को दूतावास को पत्र लिखकर व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट की मांग की थी।
भारतीय शटलरों के यात्रा दस्तावेज को संभालने वाले आनंद खरे ने सोमवार को कहा कि वे इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'कम्यूनिकेशन का एकमात्र माध्यम ईमेल है और उनका जवाब अब तक नहीं आया है।' खरे ने कहा, 'हमने दूतावास को लिखा है कि साइना और श्रीकांत जैसे खिलाड़ियों के लिए व्यक्तिगत रूप से इंटरव्यू के लिए आना बहुत मुश्किल है।'
खरे ने इसके लिए वीजा फैसिलेशन सर्विसेज ग्लोबल (VFS) को दोषी ठहराया। खरे ने कहा, 'हर बार जब हम ऐसी समस्याओं का सामना करते हैं, तो हम इसका खुद हल निकालने के लिए मजबूर होना पड़ता है। वीएफएस ठीक से जवाब नहीं दे रहा है। उन्हें इस स्थिति से बचना चाहिए था।'
साइना के ट्रेनर स्वरूप भी डेनमार्क की यात्रा नहीं कर सकते हैं क्योंकि वीजा के लिए उनका आवेदन अस्वीकार कर दिया गया है। टूर्नामेंट 15 अक्टूबर को ओडेंस में शुरू होगा और श्रीकांत को डेनमार्क के चौथे वरीय एंडर्स एंटोनसेन के खिलाफ कड़ी चुनौती मिलेगी। जबकि आठवीं वरीयता प्राप्त साइना का मुकाबला जापान की सयाका ताकाहाशी के खिलाफ हैं।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।