नेशनल हेराल्ड केस: आजादी के अभियान में शामिल प्रतिष्ठित संस्था एजेएल को बचानी चाहती थी कांग्रेस

- राहुल के वकील ने कहा एजेएल का मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन क्यों नहीं दिखा रही ईडी
- नेशनल हेराल्ड घोटाला कांग्रेस पार्टी के जमीन से जुड़े होने का परिचायक -बीजेपी
- बिना लेन-देन और संपत्ति हस्तांतरण के कैसा मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप -श्रीनेत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज कोर्ट में नेशनल हेराल्ड केस में सुनवाई हुई, सुनवाई के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी की ओर से दलीले रखी गई थी। राहुल गांधी की ओर से पेश सीनियर एडवोकेट आरएस चीमा ने कहा कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता आंदोलन का हिस्सा रही एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को बेचने की कोशिश नहीं की थी.क्योंकि वह इस संस्था को बचाना चाहती थी। स्पेशल जज विशाल गोगने अब मामले की अगली सुनवाई सात जुलाई को करेंगे। सुनवाई के दौरान चीमा ने कहा कि ईडी एजेएल का मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन क्यों नहीं दिखा रही है।
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने नेशनल हेराल्ड मामले पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा नेशनल हेराल्ड घोटाला कांग्रेस पार्टी के जमीन से जुड़े होने का परिचायक है। नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस पार्टी ने 2,000 करोड़ की स्वतंत्रता सेनानियों की जमीन का लाभकारी ब्याज अपने नाम कर लिया। आज भी कोर्ट में मामला लंबित है।
बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने नेशनल हेराल्ड केस को लेकर गांधी परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा यह बात अब लगभग स्पष्ट हो चुकी है कि जनता के पैसे को अपने हितों(गांधी परिवार द्वारा निजी इस्तेमाल) के लिए उपयोग में लाया गया था। मामले की लगातार सुनवाई हुई है। एजेंसियों ने पुख्ता जानकारी के आधार पर चार्जशीट फाइल की है। अदालत का सामना भी होगा और सजा भी होगी।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने नेशनल हेराल्ड केस पर कहा यह एक ऐसा अजीब मामला है जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है लेकिन इसमें पैसे का लेन-देन नहीं हुआ है, न ही कोई संपत्ति का हस्तांतरण हुआ है और न ही कोई संपत्ति। कांग्रेस पार्टी ने इसके पुनरुद्धार के लिए पैसा दिया क्योंकि AJL कोई साधारण संस्था नहीं थी, बल्कि इसकी स्थापना देश के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान हुई थी और हम ऐसी संस्था की रक्षा करना चाहते थे।
नेशनल हेराल्ड मामले पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा हमने सवाल उठाया था कि ईडी यह सवाल नहीं कर सकता कि हमने ऋण चुकाने के लिए संपत्ति क्यों नहीं बेची। हमने ऋण ब्याज मुक्त दिया क्योंकि यह एक समाचार पत्र प्रकाशित करने के उद्देश्यों को पूरा कर रहा था और यदि वे ऋण का भुगतान नहीं कर सकते हैं, तो ईडी सवाल पूछने वाला कौन है?
एजेएल की स्थापना जवाहर लाल नेहरु, जेबी कृपलानी, रफी अहमद किदवई और दूसरे कांग्रेस नेताओं ने 1937 में की थी। चीमा ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी लाभ हानि नहीं देखा। आपको बता दें 4 जुलाई को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी की ओर से कोर्ट में दलीलें रखी गई थी। सोनिया गांधी की ओर से पेश दिग्गज वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा ईडी ने इस केस को एक आश्चर्यजनक और अप्रत्याशित बना दिया है।
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Created On :   5 July 2025 6:16 PM IST