Bihar Assembly Elections: 'नेता प्रतिपक्ष की भूमिका सोशल साइटों और घर में बैठकर नहीं निभाई जाती', डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर साधा निशाना

- बिहार में इस साल के अंत तक होने हैं विधानसभा चुनाव
- चुनाव का समय नजदीक आते ही नेताओं में बढ़ी जुबानी जंग
- तेजस्वी यादव के बयान पर विजय सिन्हा ने किया पलटवार
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव का वक्त जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होते जा रही है। विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधा जिस पर उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बिहार बदल रहा है...राज्य के अंदर विकास की गति बढ़ रही है।
पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान डिप्टी सीएम ने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार बेहतर बिहार बनाने के संकल्प को साकार कर रही है। रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि बाहर के लोग फूड प्रोसेसिंग, कृषि के उत्पादन से रोजगार के अवसर भी बना रहे हैं और लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष की भूमिका सोशल साइटों और घर में बैठकर नहीं निभाई जाती है। मैदान में जाकर पीड़ित परिवारों से मिले, लोगों के बीच जाएं तब पता चलेगा कि कानून का राज स्थापित है या नहीं? एक्शन हो रहा है या नहीं? जिस तरह के अपराध की मानसिकता को उनके द्वारा पोषित किया जा रहा है, उस पर कार्रवाई भी हो रही है।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर द्वारा नालंदा के कल्याण बीघा जाने को लेकर अधिकारियों के साथ हुई तीखी बहस पर उन्होंने कहा कि पढ़े-लिखे लोग, जिन्हें संविधान में विश्वास है, वे कानून को मानेंगे और कानून के अनुसार उनका व्यवहार होगा, लोग इसकी अपेक्षा करते हैं।
इससे पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आपराधिक घटनाओं को लेकर नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 'अचेत अवस्था' में हैं और सरकार ने अपराधियों को खुली छूट दे रखी है। बिहार में ऐसा कोई दिन और एक भी जिला नहीं है, जहां जघन्य अपराध न हो रहे हों।
मीडिया से बात करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की हालत भयावह हो चली है। अपराधी बेलगाम हो चुके हैं। मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में हैं और उनके कार्यों से यह स्पष्ट है कि वे अब बिहार पर शासन करने के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं।
Created On :   20 May 2025 2:29 AM IST