सदन की कार्यवाही: 'तेरे बाप का भी...चुप, चुप, चुप बैठ...', राज्यसभा में इस मु्द्दों को लेकर मल्लिकार्जुन खरगे का फूटा गुस्सा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राज्यसभा में सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण का मुद्दा राज्यसभा और लोकसभा तक पहुंच गया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे चर्चा में शामिल हुए। सदन में खरगे ने सत्ता पक्ष को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने भाजपा सांसद नीरज शेखर पर जमकर हमला बोला।
मल्लिकार्जुन का भाजपा सांसद पर हमला
बता दें, सदन में मल्लिकार्जुन खरगे ने डॉलर की तुलना में रुपये में आ रही गिरावट का मुद्दा उठाया है। इस पर नीरज शेखर ने उन्हें बीच में टोक दिया। यह सुनने के बाद खरगे भड़ग गए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, " तेरे बाप का भी मैं ऐसे ही साथी था। उसे लेकर घूमा। चुप, चुप, चुप बैठ... चुप बैठ। दरअसल, नीरज शेखर पूर्व पीएम चंद्रशेखर के बेटे हैं। वे 2019 में बीजेपी से जुड़े और राज्यसभा सांसद बने। इससे पहले वे सपा में थे और राज्यसभा और लोकसभा सांसद रहे।"
मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में कहा कि मनुस्मृति ने नहीं, बल्कि संविधान के कारण वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बजट पेश करने का मौका मिला और संसद में सभी तबके को बोलने का अधिकार दिया। हमें संविधान की वजह से ही बोलने का अधिकार मिला है। मनुवादियों की बात मत सुनें। खरगे उच्च सदन में मनुस्मृति की एक प्रति लेकर आए थे। खरगे ने मोदी सरकार के 11 साल के शासन पर तीखा हमला करते हुए विकास, रोजगार, किसान कल्याण और संघीय ढांचे के मोर्चों पर पूरी तरह विफल होने का आरोप लगाया।
10 साल में एक लाख से ज्यादा किसानों ने की आत्महत्या - खरगे
इसके बाद खरगे ने पूछा कि यह अमृत काल है या विष काल? राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि सरकार ‘सबके विकास’ की बात करती है लेकिन वह सिर्फ चंद उद्योगपतियों, अमीरों और अपने कुछ दोस्तों का ही विकास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों के कारण किसान और बेरोजगार आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में देश भर में एक लाख से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है।
Created On :   3 Feb 2025 11:09 PM IST