बिहार विधानसभा चुनाव 2025: घोसी विधानसभा चुनाव में एनडीए को करना पड़ रहा है कड़ी चुनौती का सामना

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में घोसी विधानसभा क्षेत्र जहानाबाद जिले में आती है। 1951 में स्थापित घोसी में अब तक 17 विधानसभा चुनाव हुए हैं, जिनमें कांग्रेस ने पांच बार, निर्दलीयों ने चार बार, जेडीयू ने तीन बार, भाकपा ने दो बार, जनता पार्टी, बीजेपी और भाकपा(माले-लिबरेशन) ने एक-एक बार जीत हासिल की है। 2020 में भाकपा(माले-लिबरेशन) ने यहां से जीत हासिल की थी। घोसी चुनाव में एनडीए को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
घोसी एक ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र है, यहां लैंगिक भिन्नता साप दिखाई देती है। कम शैक्षणिक स्थिति और पिछड़ी अर्थव्यवस्था यहां के सामाजिक माहौल के साथ साथ राजनीति में साफ नजर आता है। यहां दलों की तुलना में प्रत्याशियों को अधिक तवज्जों मिलता है। घोसी में 20 फीसदी एससी , 4.3 फीसदी मुस्लिम वोटर्स है।
1977 से 2005 तक लगातार आठ बार जगदीश शर्मा ने यहां से चुनाव जीता है। जगदीश ने 1977 जनता पार्टी, 1980 में बीजेपी, 1985, 1990, 1995 में कांग्रेस, दो बार निर्दलीय रूप में और अंत में 2005 में जेडीयू से निर्वाचित हुए। जगदीश 2009 में लोकसभा का चुनाव जीते, लेकिन 2013 में चारा घोटाले में चार साल की सजा के चलते उनकी संसद सदस्यता खत्म हो गई थी। जगदीश का वर्चस्व क्षेत्र में बना रहा, उनकी पत्नी और बेटा इस सीट से चुनाव जीत चुके है। कहा जाता है कि चार दशक तक अलग अलग दलों से प्रतिनिधित्व करते हुए जगदीश परिवार ने यहां का प्रतिनिधित्व किया है। 2020 में जगदीश जेल से बाहर आ गए और अब वे हम पार्टी के नेता है। हम उनका पांचवा राजनीतिक दल है।
आपको बता दें 18वीं बिहार विधानसभा के लिए चुनावी मतदान दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे। पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों और दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान होगा। इन दोनों चरणों में कुल 2616 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 1085 प्रत्याशी यानी करीब 41 प्रतिशत पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख 17 नवंबर ,जबकि दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर रही
Created On :   30 Oct 2025 3:20 PM IST












