बिहार विधानसभा चुनाव 2025: जानिए 26 विधानसभा सीट वाले मगध प्रमंडल का सियासी समीकरण

डिजिटल डेस्क, पटना। 26 विधानसभा सीट वाले मगध प्रमंडल में एनडीए की असली परीक्षा है। यहां की 22 सीटों पर महागठबंधन के विधायक हैं। मगध के नवादा, जहानाबाद, औरंगाबाद व अरवल जिले में तो जेडीयू खाता भी नहीं खोल पाई थी। बिहार की सत्ता की कुर्सी का पहिया मगध को माना जाता है। गयाजी और मगध का वोट जिस दल को मिलता है, बिहार की सत्ता उसी रंग में रंग जाती है।
मगध की 26 सीटों में से महागठबंधन को 20 और एनडीए को 6 सीटों पर जीत मिली थी। एनडीए में बीजेपी को 2, जेडीयू को 1 और हम को 3 सीटें मिली थी।
धार्मिक राजधानी के रूप में प्रसिद्ध गयाजी का बिहार की राजनीति में खास स्थान है। यही मुख्य वजह बनी हुई है कि गयाजी सभी दलों के लिए बैटलफील्ड है। सभी राजनैतिक दलों के नेताओं की नजरें गयाजी पर टिकी हैं। गया जिले में भले ही 10 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन इसका महत्व सबसे ज्यादा है। कभी एनडीए का गढ़ रहा मगध पिछले दो विधानसभा चुनावों से कमजोर साबित हुआ है। बिहार की सत्ता तक पहुंचने के लिए मगध की 26 सीटों पर जीत बेहद जरूरी है। यही वजह है कि दोनों गठबंधन के नेता मगध डिवीजन पर फोकस कर रहे हैं। मगध की 6 सुरक्षित सीटों में इमामगंज और बाराचट्टी को छोड़ अन्य पर एनडीए को हार मिली।
गया में बराबरी की टक्कर - गया जिले की कुल 10 सीटों में 2020 में बीजेपी ने गया टाउन और वजीरगंज जीता। हम पार्टी ने इमामगंज, बाराचट्टी और टेकारी पर कब्जा किया। आरजेडी ने शेरघाटी, गुरुआ, बोधगया, बेलागंज और अतरी जीता। जेडीयू का खाता नहीं खुला, लेकिन 2024 उपचुनाव में बेलागंज से जीतकर जेडीयू ने वापसी की। गया में एनडीए 10 में 6 सीटों पर काबिज है। उपचुनाव में जेडीयू के जीतने पर संख्या सात हो गई थी।
मगध क्षेत्र की 26 विधानसभा सीट में 19 महागठबंधन के पास हैं। गया में 4, अरवल में 2, जहानाबाद में 3, औरंगाबाद में 6 और नवादा में 4 सीटें महागठबंधन के पास हैं। गया जिले में बीजेपी 2, हम 3, जेडीयू 1, आरजेडी 4 सीटों पर है। अरवल में 2 सीटों पर आरजेडी और सीपीआई, जहानाबाद में आरजेडी 2 और माले 1 सीट पर, औरंगाबाद में आरजेडी 4 और कांग्रेस 2 सीटों पर, नवादा में आरजेडी 3, कांग्रेस 1 और बीजेपी 1 सीट पर काबिज है।
पिछले विधानसभा यानि 2020 के विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच में था। 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए ने 125 सीटें जीतीं थीं। इनमें सबसे ज्यादा 74 सीटें भाजपा के खाते में गई थीं। जदयू को 43, वीआईपी और हम को 4-4 सीट पर सफलता मिली थी। राज्य की 110 सीटें महागठबंधन के खाते में गई थीं। 75 सीटें जीतकर राजद राज्य की सबसे बड़ा दल बना था। इसके साथ ही कांग्रेस को 19, वामदलों को 16 सीट पर जीत मिली थी। इनमें 12 सीटें भाकपा (माले) और दो-दो सीटें भाकपा और माकपा के खाते में गईं थी। अन्य दलों की बात करें तो एआईएमआईएम ने पांच, बीएसप, एलजेपी और निर्दलीय को एक-एक सीट पर जीत मिली थी।
Created On :   8 Nov 2025 1:40 PM IST












