यूपी चुनाव में पाकिस्तान की पैरवी कर अखिलेश यादव ने अपने लिए ही गड्ढे खोद लिए हैं?
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव की रणनीतियों में उतना ही बदलाव नजर आ रहा है। अब तक चुनावी मैदान में अपनी धाक जमा चुके अखिलेश क्या रास्ता भटक रहे हैं। कभी चाचा शिवपाल से बनते बिगड़ते रिश्ते, कभी गठबंधन वाले दलों से मतभेद और अब अखिलेश यादव पाकिस्तान के पक्ष में बयान देते नजर आ रहे हैं। इसके बाद यूपी की सियासत में जो उठापटक हुई, वो तो होनी ही थी। चुनावी समर में बीजेपी के लिए सबसे बड़े विरोधी बन चुके अखिलेश यादव ने क्या खुद ही अपनी हार का हथियार बीजेपी को थमा दिया है। बीजेपी ने पुरजोर तरीके से मुद्दा हथिया लिया है। जिसके बाद से अखिलेश यादव लगातार निशाने पर हैं।
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
अखिलेश यादव ने हाल ही में इकनॉमिक टाइम्स को एक इंटरव्यू दिया। तकरीबन तीन माह पहले जिन्ना का जिक्र कर चुके अखिलेश यादव इस बार पाकिस्तान के फेवर में बात करते नजर आए। अखिलेश यादव से चीनी निवेश पर सवाल हुआ। जिसके जवाब में अखिलेश यादव ने अप्रत्याशित बात कही। अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा असली दुश्मन पाकिस्तान नहीं चीन है। डॉ. राम मनोहर लोहिया और मुलायम सिंह के विचारों के हवाले से अखिलेश यादव ने ये बात कही। अखिलेश यादव इतने पर ही नहीं रूके। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सिर्फ हमारा राजनीतिक दुश्मन है। लेकिन वोट की राजनीति के लिए बीजेपी पाकिस्तान पर निशाना साधती रहती है।
बीजेपी के निशाने पर अखिलेश यादव
अखिलेश यादव के इस बयान ने बीजेपी को बैठे बैठे ही एक मुद्दा दे दिया है। अखिलेश यादव की बड़ी धमक के बीच बीजेपी लंबे समय से ऐसे किसी मुद्दे की तलाश में थी भी। सो मौका मिलते ही अखिलेश यादव के इस बयान को लपकने से चूकी नहीं। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस मुद्दे पर पूरी ताकत से पलटवार किया है। संबित पात्रा ने अखिलेश यादव के बयान को दुखद, चिंताजनक और शर्मनाक करार दिया है। यूपी की सियासी हलचलों के बीच कश्मीर का जिक्र भी हुआ। संबित पात्रा ने कहा कि कश्मीर में आए दिन होने वाली गोलाबारी और निर्दोषों की मौत क्या पाकिस्तान की साजिश नहीं है। इसके बाद संबित पात्रा ने तंज भी कसा कि जो जिन्ना से करे प्यार वो पाकिस्तान से कैसे करे इंकार।
गलती या सोची समझी चाल
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद ये सवाल उठना लाजमी है कि अब तक किसी तजुर्बेकार राजनेता की तरह बिहेव कर रहे अखिलेश यादव अचानक ऐसा बयान क्यों दे रहे हैं। ये कोई चुनावी चूक है या अखिलेश यादव ने बहुत सोच समझ कर ये दांव खेला है। इस मुद्दे पर लाइव हिंदुस्तान ने कुछ वरिष्ठ पत्रकारों से चर्चा की। वरिष्ठ पत्रकार गोविंद पंत राजू के मुताबिक अखिलेश यादव ने बीजेपी को उनका पसंदीदा मुद्दा दे दिया है। इस बयान के बाद यूपी में वोटों का ध्रुवीकरण और तेजी से होगा। जिसका खामियाजा अखिलेश यादव की पार्टी को भी उठाना पड़ सकता है।
हालांकि अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का MY समीकरण भी इसके पीछे बड़ी वजह हो सकती है। मुस्लिम और यादवों के समीकरण से सपा पहले भी जीत दर्ज कर चुकी है। हो सकता है इस तरह के बयान देकर अखिलेश यादव उसी समीकरण को भुनाने की कोशिश कर रहे हों। इस मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश मिश्रा कहते हैं कि अखिलेश यादव अब भी MY समीकरण के सफल होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। लेकिन पाकिस्तान की तारीफ से ये समीकरण सधने की जगह बात और बिगड़ सकती है। ये मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है। यकीनन बीजेपी इसे अपने पक्ष में भुनाएगी ही।
Created On :   24 Jan 2022 10:24 AM GMT