नारी शक्ति के नाम रहे यूपी विधानमंडल के दोनों सदन

Both the houses of the UP legislature were named after women power.
नारी शक्ति के नाम रहे यूपी विधानमंडल के दोनों सदन
उत्तर प्रदेश नारी शक्ति के नाम रहे यूपी विधानमंडल के दोनों सदन

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों में गुरुवार को एक अनूठा इतिहास रचा गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की पहल पर दोनों सदनों में पूरा एक दिन महिला सदस्यों को समर्पित रहा। नारी शक्ति को समर्पित दोनों सदनों में महिला सदस्यों ने प्रखरता के साथ अपने अपने मुद्दों को रखा।

भाजपा विधायक अनुपमा जायसवाल ने इस कदम को महिला सशक्तिकरण के उन्नयन की मिसाल बताया। उन्होंने कहा कि नारी सम्मान की जो गाथा आज उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा लिखने जा रही है, उसका पूरे देश में इससे पूर्व कोई उदाहरण नहीं मिलेगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बहुत सारे क्षेत्रों में नंबर वन बनने के कीर्तिमान स्थापित किए हैं, लेकिन आज महिला सशक्तिकरण और महिला विधायक के सम्मान में विशेष सत्र के आयोजन में नंबर वन बनना, पूरे देश में पहली बार होने जा रहा है। यह बाकी प्रदेशों के लिए अनुकरणीय बनेगा। यहां से जो गूंज आज जाएगी उसकी धमक बरसों बरस तक याद की जाएगी। इसके लिए सबसे ज्यादा बधाई के पात्र विधानसभा अध्यक्ष हैं। अनुपमा जायसवाल ने कहा, हारे नहीं जब हौसले तो कम हुए कुछ फासले, दूरी नहीं कोई हमे समर्पण चाहिये, कुछ कर गुजरने के लिए मौसम नहीं मन चाहिए।

मछलीशहर की सपा विधायक डॉ. रागिनी ने शायराना अंदाज में कहा, दिन की रौशनी ख्वाबों को बनाने में गुजर गई, रात की नींद बच्चों को सुलाने में गुजर गई, जिस घर में मेरे नाम की तख्ती भी नहीं, सारी उम्र उस घर को सजाने में गुजर गई। उन्होंने आगे कहा कि आजादी के 75 वर्षों में पहली बार देश की सबसे बड़े सदन उत्तर प्रदेश में सिर्फ महिला विधायकों को बोलने का अवसर दिया। इस पहल के लिए मैं धन्यवाद देती हूं। नेतृत्व का कोई जेंडर नहीं होता है। नेतृत्व का होता है एक विचार और एक सोच, एक विचार धारा जिससे आप खुद से लोगों को जोड़ते हैं। राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि देश का विकास तभी होगा जब देश में नारी का विकास होगा। देश की राजनीति में महिलाओं का नेतृत्व मात्र 9 फीसद ही है। वहीं विकसित देश में महिलाओं का नेतृत्व 30 फीसद है। हमें भी इस पर विचार करने की जरूरत है। मैं सदन के माध्यम से आग्रह करना चाहती हूं कि महिलाओं को हर क्षेत्र में आरक्षण दिया जाए।

विधायक अर्चना पांडेय ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को आत्मनिर्भर, स्वावलंबी और सुरक्षा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। ये पहला ऐसा कार्यक्रम है जो मिशन और ऑपरेशन दोनों के रूप में है।

विधायक डॉ. सुरभि ने कहा कि मैं ऐसी पार्टी से चुनकर यहां आई हूं जिसका संचालन एक महिला के हाथों में है। मैं उनका आभार व्यक्त करती हूं। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र का विकास इस बात पर निर्भर करता है कि उसकी आधी आबादी को सभी क्षेत्रों में बराबर का हक मिल रहा है कि नहीं।

विधायक पूजा सरोज ने कहा कि महिलाओं की आत्मनिर्भरता के लिए साक्षरता बहुत जरूरी है। साक्षरता से मतलब केवल पढ़ने लिखने से नहीं है बल्कि साक्षरता हमारे अधिकारों, कर्तव्यतों के लिए जागरुक करती है। ऐसे में महिलाओं को शत प्रतिशत शिक्षित करने पर ज्यादा से ज्यादा जोर दिया जाए।

मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि बेटियों के प्रति समाज की सोच को सकारात्मक बनाए रखने के लिए योगी सरकार ने उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखते हुए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत विभिन्न चरणों में सहायता धनराशि दी जा रही है। उन्होंने प्रदेश की बेटियों और महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाएं के बारे में विस्तार से बताया। वहीं विधायक सैयदा खातून, डॉ. मंजू श्रीवास्तव, ऊषा, मनीषा अनुरागी, मुक्ता संजीव राजा, मीनाक्षी सिंह, पूजा पाल आदि ने भी अपनी बात रखी।

 

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Created On :   22 Sept 2022 10:31 PM IST

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